White आंखी के असूअन के व्यापार लागे जिंदगी।
अपन्न के बीच में अब उघार लागे जिंदगी।
नोचता केहू केहू खाए में लागल।
आटा अनाज जस सधावे में लागल।
मिले नाहीं मोल कुछ,पुवार लागे जिंदगी।
अपन्न के बीच में अब उघार लगे जिंदगी।
इनका के देखी की उनके बचाई।
एके गो देहिया बा केतना कमाई।
होला ना खुश केहू,बेकार लागे जिंदगी।
अपन्न के बीच में अब उघार लागे जिंदगी।
लालच ला सभे बा रिश्ता बनइले।
सूत जाई भले ही हम बिना खइले।
पूछे न केहू भूखल,त्योहार लागे जिंदगी।
अपन्न के बीच में अब उघार लागे जिंदगी।
मरला आ जियाला से हमारा ना ग़म बा।
जान अगर दे दीही ऊहो लागे कम बा।
सांच कहीं हमरे प बोझ,हमार लागे जिंदगी।
अपन्न के बीच में अब उघार लागे जिंदगी।
©VISHAL VAIRAJ
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