#jaishreekrishna
कृष्ण - इष्ट, ग्रंथ, श्लोक, प्रेम, या कामना नहीं हो सकते, महावीर, बुद्ध की तरह कृष्ण एक विचार धारा है, जो कर्म के प्रति चेतना जगाती है, विपदाओं और क्रोध के विषादो से मनुष्य को दूर रहने का मार्ग प्रशस्त करती है, वाणी और व्यवहार के प्रति सजग और समर्पित होने का भाव उपजाती है।
गीता के उपदेश किसी धार्मिक भावना को नहीं अपितु मनुष्यता की दीप शिखा प्रज्वलित करते हैं। मन की जिज्ञासा शांत करते हैं।
#nojohindi#nojofamily
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here