Yogesh Khatodiyaa

Yogesh Khatodiyaa Lives in Jaipur, Rajasthan, India

▪ Yogesh khatodiyaa ( On Any social platform Or Google ) Note: All compositions are imaginary, they have no relation with any particular person. In the current society, poems have been composed in view of the dissatisfaction of the love of youth. (नोट : सभी रचनाये काल्पनिक है , इनका किसी भी व्यक्ति विशेष से कोई संबंध नही है । वर्तमान समाज मे युवाओं का प्रेम के प्रति असंतोष देखते हुए कविताओ की रचना की गई है l )

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#yogeshkhatodiyaapoems #Shayar #story #viral #poem  तेरी पहचान से मिले नंबर पर, आज भी बातें होती हैं।
 कमरे में लगी उस फोटो से, दुनिया मुखातिब होती है।
 संभाली गई फोटोज़ में, तुम आज भी प्यारे लगते हो। 
तुम्हारे ख़त के पन्नों की, ख़ुशबू सुहानी लगती है।

तुम्हारे दिए उस कुकर में, आज भी सीटी बजती है।
 तुम्हारे उस इंडक्शन से, आज भी दाल उबलती है।

तुम्हारे साथ के पल मैं, आज भी याद करता हूँ। 
तुम्हारे दिए सपनों में, आज भी उड़ान भरता हूँ। 
तुम्हारी ही चाहत में, योगेश की नींद भी प्यारी होती है।
 बस अकेले कमरे में, तकिये की यारी होती है।

©Yogesh Khatodiyaa

तुम्हारे ख़त के पन्ने - योगेश खातोदिया #poem #Poetry #viral #Shayar #yogeshkhatodiyaapoems #New #story

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( भाग 2 ) चलो एक कहानी सुनाता हूँ। योगेश के हालातों को शब्दों में बताता हूँ। शमा ने भी पूछा एक दिन, चिराग से। जलकर रात दिन भी क्यों है इश्क़ आग से। चिराग ने फिर ज़िंदगी का सार समझाया। अपने जज़्बातों को बड़े प्यार से बताया। जलता हूँ दिन रात, फिर भी है इश्क़ आग से। करता हूँ घर में रोशन सिर्फ़ एक चिराग से। लोगो ने देखा है सिर्फ़ जलना मेरा। इंसानों ने पाए है ख़्वाब मेरी आग से। लोगों की कड़वी बातों को तुम दिल से मिटा दो। ख़ुदकी रौशनी से जलना जुगनू से सिखा दो॥ प्रयास और परिणाम भी हैं चिराग और आग जैसे। तुम जलाकर आग प्रयास से अंधकार मिटा दो॥ दिखाकर परिणाम, अपने प्रयास दिखा दो॥ ©Yogesh Khatodiyaa

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चलो एक कहानी सुनाता हूँ।
योगेश के हालातों को शब्दों में बताता हूँ।

शमा ने भी पूछा एक दिन, चिराग से।
जलकर रात दिन भी क्यों है इश्क़ आग से।
चिराग ने फिर ज़िंदगी का सार समझाया।
अपने जज़्बातों को बड़े प्यार से बताया।
जलता हूँ दिन रात, फिर भी है इश्क़ आग से।
करता हूँ घर में रोशन सिर्फ़ एक चिराग से।
लोगो ने देखा है सिर्फ़ जलना मेरा।
इंसानों ने पाए है ख़्वाब मेरी आग से।

लोगों की कड़वी बातों को तुम दिल से मिटा दो।
ख़ुदकी रौशनी से जलना जुगनू से सिखा दो॥
प्रयास और परिणाम भी हैं चिराग और आग जैसे।
तुम जलाकर आग प्रयास से अंधकार मिटा दो॥

दिखाकर परिणाम, अपने प्रयास दिखा दो॥

©Yogesh Khatodiyaa

दिखाकर परिणाम, अपने प्रयास दिखा दो | Part 2 | Yogesh Khatodiyaa #Hindi #poem #viral #Trending #Poet #motavitonal #Quotes #hindi_poetry #result

19 Love

भाग 1 ) "दिखाकर परिणाम, अपने प्रयास दिखा दो" सुनकर दिल की आवाज़, कलम को चला दो। बनकर आशा की किरण, फिर राह बढ़ा दो। पथिक ने भरी है उड़ान, सिर्फ़ तेरे ही हौसलों से। दिखाकर परिणाम, अपने प्रयास दिखा दो॥ मुसीबतों से लड़कर भी हार नी मानी तुमने। गिरते हुए आंसुओं को नई उम्मीद दिखाई तुमने। समंदर का तो काम है तालाब को नीचा दिखाना। तुम उठाकर चिराग, अंधेरे को प्रकाश दिखा दो॥ दिखाकर परिणाम, अपने प्रयास दिखा दो॥ रौशन है ज़माना, मोहब्बत के नूर से। आज की शाम तक हम भी मशहूर थे। इश्क़ भी किया हमने, हमारी मेहनत से। हमारे प्रयास बस परिणाम से दूर थे॥ ©Yogesh Khatodiyaa

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"दिखाकर परिणाम, अपने प्रयास दिखा दो"

सुनकर दिल की आवाज़, कलम को चला दो। 
बनकर आशा की किरण, फिर राह बढ़ा दो। 
पथिक ने भरी है उड़ान, सिर्फ़ तेरे ही हौसलों से।
दिखाकर परिणाम, अपने प्रयास दिखा दो॥

मुसीबतों से लड़कर भी हार नी मानी तुमने।
गिरते हुए आंसुओं को नई उम्मीद दिखाई तुमने।
समंदर का तो काम है तालाब को नीचा दिखाना।
तुम उठाकर चिराग, अंधेरे को प्रकाश दिखा दो॥

दिखाकर परिणाम, अपने प्रयास दिखा दो॥

रौशन है ज़माना, मोहब्बत के नूर से।
आज की शाम तक हम भी मशहूर थे।
इश्क़ भी किया हमने, हमारी मेहनत से।
हमारे प्रयास बस परिणाम से दूर थे॥

©Yogesh Khatodiyaa

"दिखाकर परिणाम, अपने प्रयास दिखा दो" Part 1 - Yogesh Khatodiyaa | @nojoto #shayari #poem #Motivational #viral #Hindi #New #Trending #Quotes #society #Culture

14 Love

#rahatindori #LoveStory #Trending #Hindi #viral  मोहब्बत बनकर आंसू, यादें जीने नहीं देती हैं,
दर्द मिटा लू शराब से, कसमें पीने नहीं देती है ।
खामोशी में हर लम्हा बस तेरी याद सताती है,
तेरी महक की हवा भी बस छूकर चली जाती है ।।
जाती है फिर भी दिल इंतजार करता है,
साथ रहने के वादे का भी ऐतबार करता है ।
गली को ही मालूम है अंजाम दो दिन के बसेरो का,
उजडी हुई गली में आना, नया मेहमान बाकी है ।।
मेरी मोहब्बत का अंजाम बाकी है...

©Yogesh Khatodiyaa

मेरी मोहब्बत का अंजाम बाकी है (Part 3) - योगेश खातोदिया रचित #Hindi #LoveStory #Trending #viral #rahatindori

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#sadShayari #Poet #poem  हाँ फिरता हूं भटकता आज भी उन गलियों में,
जहा टकरा जाती है तेरी याद हर मोड पर ।
होता है प्यार में गिला शिकवा हर किसी से,
पर तुझ जैसे कोई नहीं है जाता साथ छोडकर ।।
हकीकत बन गई है मेरी फिर से एक ख्वाब,
आज चांद भी बैठा है आसमान के तारे तोड़कर ।
खामोशी में दर्द तो बहुत रो लिया है चांद,
दुनिया के सामने इल्जाम बाकी है ।।
मेरी मोहब्बत का अंजाम बाकी है....

©Yogesh Khatodiyaa

मेरी मोहब्बत का अंजाम बाकी है (Part 2) - योगेश खातोदिया रचित #sadShayari #poem #Poet

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 तेरा मुझ पर एक अहसान बाकी है,
मेरा तुझसे एक पैगाम बाकी है ।
तू मानती है रह पाता हूं तेरे बगैर,
मर चुका हूं बाहर से, जाना शमसान बाकी है  ।।
हाँ सोचता हूं तू रह रही है मेरे बिना,
हाँ सोचता हूं दुख सह रही है मेरे बिना  ।
दुआ तो यूं करना माफ करे न कायनात मुझे,
लेकिन सुखे हुए समंदर में भी उफान बाकी है  ।।
मेरी मोहब्बत का अंजाम बाकी है....

©Yogesh Khatodiyaa

मेरी मोहब्बत का अंजाम बाकी है (Part 1) - योगेश खातोदिया रचित

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