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Poet, Anchor, Motivational Speaker and Research Scholar
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तुम पर कितने गीत लिखे हैं आंखो में जितने चित्र उकेरे पुस्तक में सब लिख आए पर जीवन में कुछ राज अधूरे ¢ डा• रामवीर गंगवार पूरा गीत जल्द लिखने का प्रयास रहेगा... . ©Ramveer Gangwar
Ramveer Gangwar
17 Love
प्यास भरी कैसी सागर में जो नदियों से बुझती कब है इतना खारा जल धरती पर मैं कैसे अब ला पाऊंगा सागर प्यासे नदियां मीठी व्याकुलता में सदियां बीती नभ भी सारे काले होते कालन्तर से बात अनूठी इतनी रोती आंखे से मैं आंसू कैसे हर पाऊंगा इतना खारा जल धरती पर मैं कैसे अब ला पाऊंगा ¢ डा• रामवीर गंगवार . ©Ramveer Gangwar
11 Love
मिलेंगे फिर से कल, कल फिर मुलाकाते होंगी फिर वही सबिस्ता होगा, फिर वही राते होंगी हम दोनो चुप रहेंगे, ये नादान दिल शोर करेगा बस देखेंगे एक दूसरे को, आंखो से बातें होंगी ¢ डा• रामवीर गंगवार . ©Ramveer Gangwar
12 Love
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