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Sircastic Saurabh

Sircastic Saurabh Lives in Delhi, Delhi, India

खरी बातें :) मेरी कोई मंजिल नहीं है, मुझे बस स्वयं को पढ़ते रहना है, मेरा किसी से युद्ध नहीं है, मुझे बस खुद से लड़ते रहना है, सफर के काफिलों में अपनी भूमिका अदा कर, मुझे बस मुर्दे की तरह गढ़ते रहना है, मोह की जड़ता में जीना, तेरी नियति नहीं " सौरभ "।। तू एक शापित मुसाफिर है, तुझे बस पथिक की तरह आगे बढ़ते रहना है!!

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Gapshap Show

Gapshap Show

Saturday, 22 March | 01:09 pm

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मैं, मेरे मरने के इंतेज़ार में, ना जाने कितनों को जिंदा किए जा रहा हूं l ©Detached

#Concious #Quotes #Death  मैं, मेरे मरने के इंतेज़ार में,
ना जाने कितनों को जिंदा किए जा रहा हूं l

©Detached

#Death #Concious

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इल्हाम ❣️

इल्हाम ❣️

Wednesday, 26 February | 12:57 am

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वो राहत-ए-जाँ है मगर इस दर-बदरी में
ऐसा है कि अब ध्यान उधर भी नहीं जाता

वो राहत-ए-जाँ है मगर इस दर-बदरी में ऐसा है कि अब ध्यान उधर भी नहीं जाता

Friday, 21 February | 12:28 am

35 Bookings

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White दश्त में प्यास बुझाते हुए मर जाते हैं हम परिंदे कहीं जाते हुए मर जाते हैं हम हैं सूखे हुए तालाब पे बैठे हुए हँस जो तअ'ल्लुक़ को निभाते हुए मर जाते हैं घर पहुँचता है कोई और हमारे जैसा हम तिरे शहर से जाते हुए मर जाते हैं किस तरह लोग चले जाते हैं उठ कर चुप-चाप हम तो ये ध्यान में लाते हुए मर जाते हैं उन के भी क़त्ल का इल्ज़ाम हमारे सर है जो हमें ज़हर पिलाते हुए मर जाते हैं ये मोहब्बत की कहानी नहीं मरती लेकिन लोग किरदार निभाते हुए मर जाते हैं हम हैं वो टूटी हुई कश्तियों वाले 'ताबिश' जो किनारों को मिलाते हुए मर जाते हैं अब्बास ताबिश ©Sircastic Saurabh

#abbastaabish #Misfit  White दश्त में प्यास बुझाते हुए मर जाते हैं
हम परिंदे कहीं जाते हुए मर जाते हैं

हम हैं सूखे हुए तालाब पे बैठे हुए हँस
जो तअ'ल्लुक़ को निभाते हुए मर जाते हैं

घर पहुँचता है कोई और हमारे जैसा
हम तिरे शहर से जाते हुए मर जाते हैं

किस तरह लोग चले जाते हैं उठ कर चुप-चाप
हम तो ये ध्यान में लाते हुए मर जाते हैं

उन के भी क़त्ल का इल्ज़ाम हमारे सर है
जो हमें ज़हर पिलाते हुए मर जाते हैं

ये मोहब्बत की कहानी नहीं मरती लेकिन
लोग किरदार निभाते हुए मर जाते हैं

हम हैं वो टूटी हुई कश्तियों वाले 'ताबिश'
जो किनारों को मिलाते हुए मर जाते हैं

अब्बास ताबिश

©Sircastic Saurabh

Solitude❣️

Solitude❣️

Thursday, 6 February | 11:13 pm

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