14,15/07/2016❤
सिर्फ तारीखें लौटकर आती हैं,
उसी में ही महसूस कर लेते हैं
वो दिन जो लौट कर नहीं आते।।
दिव्यांशा चौहान
43 Love
धीरे धीरे खुल जाने दे अपने साथ मुझको,
नशे मे ये जिस्म बेजान सा तेरी बाहों में होगा।।
तेरे सिवा किसी और से जुड़ना,
अब दर्ज मेरे गुनाहों में होगा।।
दिव्यांशा चौहान
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