धीरे धीरे खुल जाने दे अपने साथ मुझको, नशे मे ये जि
"धीरे धीरे खुल जाने दे अपने साथ मुझको,
नशे मे ये जिस्म बेजान सा तेरी बाहों में होगा।।
तेरे सिवा किसी और से जुड़ना,
अब दर्ज मेरे गुनाहों में होगा।।
दिव्यांशा चौहान"
धीरे धीरे खुल जाने दे अपने साथ मुझको,
नशे मे ये जिस्म बेजान सा तेरी बाहों में होगा।।
तेरे सिवा किसी और से जुड़ना,
अब दर्ज मेरे गुनाहों में होगा।।
दिव्यांशा चौहान