English
एक आँसू भी हुकूमत के लिए ख़तरा है। तुम ने देखा नहीं आँखों का समुंदर होना।। ✊✊✊
Sakir Husaini
77 View
मुझको हर कोई अपना सा लगता गया कातिलों की बस्ती में मैं अपना आशियाना सझता रहा आँख खुली तो देखा मैंने हर कोई मेरी मौत का तमाशा करता रहा साकिर हुसैनी ✍️ ©Sakir Husaini
4 Love
भरी महफ़िल में ये हरकत हमारे साथ हुई हमको छोड़ कर सबसे उनकी बात हुयी जब हमसे पूछा गया मोहब्बत इश्क़ मोहबत के बारे में हमने माँ कहके महफ़िल छोड़ दी #sakirhusaini ©Sakir Husaini
You are not a Member of Nojoto with email
or already have account Login Here
Will restore all stories present before deactivation. It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Download App
Stories | Poetry | Experiences | Opinion
कहानियाँ | कविताएँ | अनुभव | राय
Continue with
Download the Nojoto Appto write & record your stories!
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here