White *नज़र नजर की बात है..*
किसी को कुछ, तो किसी को कुछ…
नज़ारे पसन्द आये...!!
गर्म दिनों में तपता सूरज....
नज़र को सितारें पसन्द आये...!!
सर्द हवा ठंड लगी जोर से...
अंगीठी में जलते अंगारे पसंद आये..!!
वर्षा में नदी का तेज बहाव..
तब मिलते किनारे पसंद आये...!!
नज़र नज़र ने उनको देखा...
उनकी थी हर बात निराली...
लोगों को बस वो हमारे पसन्द आये..!!
उनकी नजरे घायल करती...
नजरों से करते, उनके वो ईशारे पसन्द आये...!!
होशियारों की सूची थी लंबी...
उनमें, उनको बेचारे पसंद आये...!!
चाहे जितना भी चाहे शायर...
किसी को कुछ, तो किसी को कुछ..
नज़ारे पंसद आये...!!
@jhutha.shayar..!!
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©Gaurav...
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