White अर्ज किया है
किसने कहा मैं आगे बढ़ नहीं सकता,
किसने कहा मैं आसमान में उड़ नहीं सकता,
माना कि दुनियादारी से अनजान हूं मैं
मगर क्या मैं लोगों को थोड़े बहत पढ़ नहीं सकता,
आपने ही कमियाबी की और दो कदम चल नहीं सकता,
आज मैं इस सफ़र में सिर्फ़ एक मुसाफ़िर हूं
मगर क्या मैं अपने मंज़िल को कभी ढूंढ नहीं सकता,
लोगों को कहने दो वह जो कहते हैं
क्योंकि उनके सोचको मैं कभी बदल नहीं सकता,
अनदेखा कर के सबको मैं आगे बढ़ता जाऊं
बस मैं यह सोचना छोड़ दूं कि
मैं आपने ज़िंदगी में कुछ हासिल नहीं कर सकता...
©Lili Dey
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