English
"ख़ुद से जीतने की ज़िद है,मुझे ख़ुद को ही हराना है, मैं भीड़ नहीं हूँ दुनिया की, मेरे अन्दर एक ज़माना है।"
White जहाँ केवल स्थिरता रह जाती है वहाँ धीरे-धीरे शिथिलता आने लगती है। शायद इसीलिए पर्व-त्योहार बने हैं क्योंकि इनसे जीवन में हर्ष-उल्लास की अनुभूति होती है और सकारात्मक जीवन तथा प्रगति के लिए उल्लास आवश्यक है। ©K.Shikha
K.Shikha
13 Love
White कभी शिकवा नहीं किया कोई गिला नहीं किया जो मिला उसको अपना लिया जो ना मिला उसको भुला दिया... ©K.Shikha
समझो ना बातों की हकीक़त सारी जिसकी गवाही देती हैं आँखें हमारी ख़ुद को दिखाते हो बेअसर मेरी तकलीफों से और कहते हो कि है ये गलतफ़हमी हमारी पर हम भी इसी इंतजार में हैं साहिब कि कभी तो होगा इकरार तुम्हारी बातों में कभी तो जागेगी सोयी मोहब्बत तुम्हारी ©K.Shikha
काँटों में खिले फूल हमे ये सिखाते हैं विषम परिस्थितियों में भी मुस्कराने वाले ही सबके दिलों में अपनी छाप छोड़ जाते हैं ©K.Shikha
White "ख़ामोशी" और "सब्र" केवल दो शब्द नहीं नुस्खे हैं जीवन को सुकून से जीने के... ©K.Shikha
11 Love
White कोई कर ले तुझसे किनारा ज़िंदगी की राहों में छोड़ दे तुझे बेसहारा तब भी अपने दिल के दर्द को कर के दरकिनार जीवन के सफ़र में बढ़ते जाना क्योंकि... ज़िंदगी एक सफ़र है सुहाना यहाँ कल क्या हो किसने जाना 🤩 ©K.Shikha
15 Love
You are not a Member of Nojoto with email
or already have account Login Here
Will restore all stories present before deactivation. It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Download App
Stories | Poetry | Experiences | Opinion
कहानियाँ | कविताएँ | अनुभव | राय
Continue with
Download the Nojoto Appto write & record your stories!
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here