Sign in
umair Samar

umair Samar

urdu poet 9760203060

  • Latest
  • Popular
  • Video
#feelingsad  अभी तूने उसे उसे परखा नहीं है 
वो पागल है मगर इतना नहीं है 

वो जुगनू है यहीं खूबी है उसकी 
चरागों की तरह बुझता नहीं है

मैं क्यों रक्खूँ हिसाब अपनी वफा का 
मोहब्बत है कोई सौदा नहीं है

उसे दौलत ने अन्धा कर दिया है 
हकीकत में वो नाबीना नहीं है 

हवा के शहर में यूं सर उठाना 
चरागों के लिए अच्छा नहीं है
 
उसे में शायरी कैसे सिखाऊ
जो अन्दर से अभी टूटा नहीं है 

समर मंगलौरी

©umair Samar

#feelingsad

72 View

क्या ख़बर थी नामाबर तरसेगा एक एक लफ्ज़ को अब फकत मोबाइलों से राब्ता रह जायेगा समर मंगलौर नामाबर -डाकिया ©umair Samar

#BadhtiZindagi  क्या ख़बर थी नामाबर तरसेगा एक एक लफ्ज़ को 
अब फकत मोबाइलों से राब्ता रह जायेगा 

समर मंगलौर
       
नामाबर -डाकिया

©umair Samar

#BadhtiZindagi Samar manglouri shayari

10 Love

#BehtiHawaa  सूरज से रोशनी तो चारागो़ ने मांग ली 
लेकिन फिर उम्रभर वो बगावत न कर सके

उमैर समर

©umair Samar

#BehtiHawaa Umair samar shayari

72 View

#emotionalstory

#emotionalstory Umair Samar manglouri shayari

93 View

umair samar manglouri shayari

171 View

pahad or gilehri allam iqbaal sahab

132 View

Trending Topic