रोहन 'हिमान्शु' झा

रोहन 'हिमान्शु' झा

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सिर्फ़ इक क़दम उठा था ग़लत राह-ए-शौक़ में मंज़िल तमाम उम्र मुझे ढूँढती रही अब्दुल हमीद अदम ©रोहन 'हिमान्शु' झा

#Quotes  सिर्फ़ इक क़दम उठा था ग़लत राह-ए-शौक़ में
मंज़िल तमाम उम्र मुझे ढूँढती रही



अब्दुल हमीद अदम

©रोहन 'हिमान्शु' झा

सिर्फ़ इक क़दम उठा था ग़लत राह-ए-शौक़ में मंज़िल तमाम उम्र मुझे ढूँढती रही अब्दुल हमीद अदम ©रोहन 'हिमान्शु' झा

12 Love

White क्या खूब बात कही है किसी ने- जो बीत गया वही तो अच्छे दिन थे।। ©रोहन 'हिमान्शु' झा

#Quotes #Couple  White   क्या खूब बात कही है किसी ने-
जो बीत गया वही तो अच्छे दिन थे।।

©रोहन 'हिमान्शु' झा

#Couple

9 Love

उलझ गई है जिंदगी, जरुरतों की कशमकश में, यूँ दायरों में सिमट रहा है, मेरे शौक का दौर।। ©रोहन 'हिमान्शु' झा

 उलझ गई है जिंदगी, 
जरुरतों की कशमकश में,
यूँ दायरों में सिमट रहा है,
 मेरे शौक का दौर।।

©रोहन 'हिमान्शु' झा

उलझ गई है जिंदगी, जरुरतों की कशमकश में, यूँ दायरों में सिमट रहा है, मेरे शौक का दौर।। ©रोहन 'हिमान्शु' झा

15 Love

Success is a Probability. work hard, fail,rise,fail. Probability works one day. ©रोहन 'हिमान्शु' झा

#Motivational  Success is a Probability.
work hard, fail,rise,fail.
Probability works one day.

©रोहन 'हिमान्शु' झा

Success is a Probability. work hard, fail,rise,fail. Probability works one day. ©रोहन 'हिमान्शु' झा

14 Love

Short words are best, and old words when short are best of all. ©रोहन 'हिमान्शु' झा

#Quotes  Short words are best,
and old words
when short are best of all.

©रोहन 'हिमान्शु' झा

Short words are best, and old words when short are best of all. ©रोहन 'हिमान्शु' झा

16 Love

White हताशा से एक व्यक्ति बैठ गया था व्यक्ति को मैं नहीं जानता था हताशा को जानता था इसलिए मैं उस व्यक्ति के पास गया मैंने हाथ बढ़ाया मेरा हाथ पकड़कर वह खड़ा हुआ मुझे वह नहीं जानता था मेरे हाथ बढ़ाने को जानता था हम दोनों साथ चले दोनों एक दूसरे को नहीं जानते थे साथ चलने को जानते थे। -विनोद कुमार शुक्ल ©रोहन 'हिमान्शु' झा

#love_shayari  White 
हताशा से एक व्यक्ति बैठ गया था
व्यक्ति को मैं नहीं जानता था
हताशा को जानता था
इसलिए मैं उस व्यक्ति के पास गया
मैंने हाथ बढ़ाया 
मेरा हाथ पकड़कर
वह खड़ा हुआ 
मुझे वह नहीं जानता था 
मेरे हाथ बढ़ाने को जानता था 
हम दोनों साथ चले
दोनों एक दूसरे को नहीं जानते थे
साथ चलने को जानते थे।

-विनोद कुमार शुक्ल

©रोहन 'हिमान्शु' झा

#love_shayari

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