English
शायर नही हूं मैं कोई,बस अपने अल्फाज लिखती हूं,कुछ अपने जज़्बात लिखती हूं।
White दिल का कोई कोना इतना उदास क्यों है? ना जाने कोई इतना खास क्यों है? ना होकर भी पास मेरे, वो रहता हर पल मेरे साथ क्यों है?? ©Nidhi Verma
Nidhi Verma
23 Love
ज़िंदगी धूप छांव की तरह हैं। कभी धूप की तरह तपाती हैं,तो कभी छांव की तरह सुकून दे जाती हैं। कभी खुशी की सौगात लाती हैं,तो कभी ढेर सारी दुःख दे जाती हैं। ©Nidhi Verma
याद आ रहा हैं, तेरा चुपके से देखना। याद आ रहा हैं, तेरा मेरे आंखों के सामने रहना। याद आ रहा हैं, तेरा गुमसुम सा रहना। याद आ रहा हैं, तेरा किसी के लिए रोना। याद आ रहा हैं, तेरे दिल की हर एक तड़प। याद आ रहा हैं, तेरा एकटक मुझे देखना। याद आ रहा हैं, तेरा मुझसे दोस्ती होना। याद आ रहा हैं, तेरा बिन कहे चले जाना। याद आ रहा हैं, तू बहुत याद आ रहा हैं। ©Nidhi Verma
19 Love
वक्त बदलता हैं, जिंदगी बदलती हैं। हम बदल भी गए,तो क्या फर्क पड़ता हैं? ©Nidhi Verma
22 Love
तेरे साथ चलना चाहती थी, हर कदम। पर तुम तो कहीं,गुम से हो गए। ©Nidhi Verma
जीना इतना आसान कहां हैं। ज़िंदगी जीने के लिए,हर पल घुट घुट के मरना पड़ता हैं। ©Nidhi Verma
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