अच्छा रहा अब तक का सफर,
अब आगे का सफर आगे देखेंगे..
जितना लिख गया अच्छा लिखा,
कोशिश यही और अच्छा लिखेंगे..
माना कोरी नहीं किताब-ए-हयात,
मन गलतियाँ अपनी सुधार रहा है,
बड़ो को नमन और छोटों को प्रेम,
धन्यवाद प्रभु का हृदय पुकार रहा है...
जीवन के एक नए वर्ष में प्रवेश..
साथ, सहयोग, स्नेह, आशीर्वाद
और शुभकामनाओं के लिए ...
आप सभी का हृदय से आभार😊🙏
©Hitendra
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