ख्वाबों से मनसूब बाते अब कहीं बतानी नहीं
हाशिए, तजलिल-ए-हाट खुद से सजानी नहीं
हम गिरते है ,उठते है ,हंसते है फिर चलते है
जिंदगी बस चंद दर्द लम्हों की कहानी नहीं
चेहरे पर लिखीं अहद को ज़रा गौर से देखिए
रूह में बस अनफासो की दौरती रवानी नहीं
इरादा नेक हो जो अगर , तो राजिक खुदा है
किसी की मसर्रत छीन हमें रोटी कमानी नहीं
सफर शुरू किया है तो दूर तक जायेंगे किशोर
फिर अबद भी आए तो अब यूंही घबरानी नहीं।
~ सोनु किशोर
instagram~ sonu_kishor95
©sonu kishor
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