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अब इस राह से वो शख्स गुजरता ही नहीं। अब तो राहों से मुझे कोई जुस्तजू ना रही।।
White तेरी बेवफाई से इस कदर टूट चुके है हम। गैरो की छोड़ो खुद से ही रूठ चुके है हम। ©Z Rahman
Z Rahman
15 Love
White ऐ गुम्बदे खिज़रा के मकी एक नज़र हो अब तेरे गु़लामों पे सितम टूट रहे हैं ©Z Rahman
12 Love
White और अंत में हंस कर विदा कर देते हैं हम उन्हें, जिन्हें पाने के लिए कभी बिलख कर रोए हों हम ©Z Rahman
9 Love
White जिंदगी का सारा खेल तो वक़्त रचता हैं... इंसान तो सिर्फ अपना किरदार निभाता हैं.....!! ©Z Rahman
10 Love
हमे नहीं पड़ना था ईश्क मोहब्बत के भंवर में, कमबख़्त एक मासूम चेहरा देखा और गुनाह कर बैठे ! ©Z Rahman
13 Love
White शहर की रात और मैं नाशाद ओ नाकारा फिरूँ जगमगाती जागती सड़कों पे आवारा फिरूँ ग़ैर की बस्ती है कब तक दर-ब-दर मारा फिरूँ ऐ ग़म-ए-दिल क्या करूँ ऐ वहशत-ए-दिल क्या करूँ ©Z Rahman
17 Love
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