White "हो रही है बर्बाद मेरी प्यारी मेवात,
जहां अमन का सपना था, वहां जख्मों की बात।
नौजवानी जो थी रोशनी का पैगाम,
आज जेलों में कटी उनके हाथों की शाम।
पुलिस चौकियों में लग गई उम्मीदों की लाइन,
हर गली में गूंजती है अब सिसकी और हाय।
जुर्म की दलदल में खो गया ये जहान,
कौन लौटाएगा मेवात का पुराना अरमान?
नौजवानों, छोड़ो ये गलत राहों का साथ,
अपने हाथों से बनाओ फिर से अपनी मेवात।
इल्म और इंसाफ से होगा रोशन ये जहां,
तुम बनो अपने गांव का असली फरिश्ता यहां।"
........Nadeem.friyad
©Ndm
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