Village Life आपसे बात करना
अपने गांव की ओर लौटना होता है,
जहां हमारे पुरखों की आत्माएं
आसमान में आर्तनाद करती हैं,
जहां शाम को पशुओं का झुंड
अपने घरों की ओर लौट रहा होता है,
जहां पंक्षी जोड़े में बैठे
गलबहियां करते हैं,
जहां सूरज पूरब दिशा से विदा लेते हुए
अगले दिन आने को कहता है,
जहां माएं हर रोज
दिन भर के काम से फुर्सत होकर
चौखट पर बैठकर
शहर की ओर जाने वाली सड़क को देखती हैं,
उस गांव में कुछ लोग शहर जाकर
शहर के हो जाते हैं,
इधर मैं आपसे बात करके
अपने आपको गांव कर लेता हूं....
©YASHVARDHAN
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