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Poet, Writer, Anchor, Cricket Commentator
White जिंदगी का हिसाब, करके क्या करना है हर बात का जवाब, देके क्या करना है रो धोकर दुनिया, मिल भी जाए तो क्या ऐसी दुनिया जनाब, पाकर क्या करना है ©Singh Vikash
Singh Vikash
6 Love
White अब जरूरतों से ज्यादा जरूरी नहीं है इश्क कहाँ समंदर में चीनी खोजते हो श्याम ©Singh Vikash
9 Love
White जब हारने मे ही, मजा हो तो जितने कि, ख्वाहिश ही क्यों हो बिना मांगे ही, मिल जाए अगर तो पाने की, फरमाइश ही क्यों हो और जब जीना ही है, आपके लिए फिर शिकायत की, गुंजाईश ही क्यों हो ©Singh Vikash
White वह नौ महीने ढोई है तूने देखा भगवान को सृजित करते इंसान को जो शून्य से शरीर ढाले तुझमे हर पल प्राण डाले तू क्या जाने, माँ कैसे होई है वह नौ महीने ढोई है...... एक एक अंश उसी से पाया उसने खुद को तुझमें समाया खुशियां उसकी दर्द भी उसका तेरे रोम रोम पे कर्ज है उसका तू क्या जाने, वो क्या खोई है वह नौ महीने ढोई है....... ©Singh Vikash
8 Love
White कहते हो दिल में रहते हो और रोज तस्वीर मांगा करते हो ©Singh Vikash
11 Love
White चलो दोबारा इश्क करते हैं खाली बैठे हैं, कुछ तो करते हैं ©Vikash Kumar Singh
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