alka mishra

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White थाम कर तेरे हाथों को सुकून मिलता है तेरे साथ अकेले में भी हुजूम मिलता है, एक टक निहारा करता हूँ तेरे चेहरे को तेरी निगाहों की तिश्नगी से जुनून मिलता है। ©अलका मिश्रा ©alka mishra

#शायरी #love_shayari  White थाम कर तेरे हाथों को सुकून मिलता है
तेरे साथ अकेले में भी हुजूम मिलता है,
एक टक निहारा करता हूँ तेरे चेहरे को 
तेरी निगाहों की तिश्नगी से जुनून मिलता है।
©अलका मिश्रा

©alka mishra

#love_shayari शेरो शायरी शायरी हिंदी में शायरी लव दोस्त शायरी

11 Love

White मेरे जज्बातों के समंदर का किनारा थे तुम उफनते लहरों से एहसासों का सहारा थे तुम थामा जब हाथ तेरा तो जाना हमकदम नहीं बादल आवारा थे तुम। ©अलका मिश्रा ©alka mishra

#शायरी #Sad_Status  White मेरे जज्बातों के समंदर का
किनारा थे तुम
उफनते लहरों से एहसासों का
सहारा थे तुम
थामा जब हाथ तेरा तो जाना
हमकदम नहीं बादल 
आवारा थे तुम।
©अलका मिश्रा

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#Sad_Status लव शायरी 'दर्द भरी शायरी' हिंदी शायरी गम भरी शायरी शायरी हिंदी में

17 Love

#शायरी #love_qoutes  White मेरा दिल न मानेगा कोई शर्तें 
न रखेगा कोई कागजी उसूल
गर ऐसा ही है तो जनाब
इश्क़ की कोशिशें हैं फिजूल।
©अलका मिश्रा

©alka mishra

#love_qoutes शायरी लव लव शायरी शायरी हिंदी में हिंदी शायरी

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#कविता #GoodMorning  White कोहरे सी फैली 
ख्वाबों की चादर।
जिस्म अलसाई सी 
कैसे निकले बाहर।
हक़ीक़त आईने सी
आँखों के सामने।
नजरें जमाने की
लगीं हैं आँकने।
पलकें बन्द की
लगा कुछ साधने।
बना दिल मतलबी 
लगा वक्त काटने।
चेतना अँगड़ाई ली
लगा धुंध छांटने।
कदमें जो थी थमी
लगी राहें नापने।
मंजिल खोई थी
दिखने लगी सामने।
©अलका मिश्रा

©alka mishra

#GoodMorning कविता कोश प्रेरणादायी कविता हिंदी कविताएं कविता कोश

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#भक्ति #Krishna  White        मृगनयनी नयनों के ऐसे वाण चलाये कान्हा,
          एक झलक जो देखे तुझको बन जाये दीवाना।
मु0कैसे भूला दूँ तेरा प्यार कान्हा?
    बड़ा याद आये,तेरा वो सताना।
छेड़ कर हमको,तेरा यूँ मुस्कुराना
नजरें चुराये जो ,बनाये तू बहाना।

-1 कान्हा तू है मेरा मैं दीवाना हूँ तेरा,
तुझसे ही जुड़ा हर फसाना है मेरा।
शम्मा तू है मेरा मैं परवाना हूँ तेरा,
तेरे बिना जीवन भी वीराना है मेरा।
पंछी मेरा मन ये हुआ रे मोहना
शोध मेरे छण को बना रे सोहना
जोगी मेरा तन ये हुआ रे श्यामा
श्रीश्याम तेरे रंग मैं रंगा रे रमना
2- ये जान भी अब ऐसे जले
जाऊं जहां भी बस तू ही मिले
चैन नहीं मुझे कहीं तुम बिन
धड़के ये दिल बस तेरे लिए
जग छूटता है तो मुझसे छूटे
मोहन मेरा कभी मुझसे न रूठे।
इतना क्यों मुझको सतायें साँवरा?
याद तेरी मुझको रुलाये साँवरा।
श्रीराधा तेरी तुझको बुलाये साँवरा।
सुदबुद भी अब बिसराये साँवरा।
बंसी तेरी मुझको बना ले सांवरा,
अधरों से अपनी लगा रे सांवरा।
बंदी मेरे तन को छुड़ा रे साँवरा,
एक बारी मुरली बजा रे सांवरा।

©alka mishra

#Krishna हिंदी भक्ति गाना भक्ति गाना भक्ति सॉन्ग भक्ति गीत

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#अदृश्य_दीवारें #कविता  White कांधे से कांधा मिला कर 
चलने की सोच थी
खुद को साबित करने की
दिल में लगी भूख थी
मंजिल के प्रकाश में
जोश जुनून का सहरा था।
मालूम न था राहों में
अदृश्य दीवार का पहरा था।
जिसके नुकीले सरिये ने
घाव दिया गहरा था।
जिसने हमारे तन मन को
अंदर तक घायल किया
हमारे हर अरमानों का
बेरहमी से क़तल किया।
©अलका मिश्रा

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#अदृश्य_दीवारें कविता कविता कोश प्रेरणादायी कविता हिंदी कविता कोश

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