Dr Virendra Pratap Singh Bhramar

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White घाट-घाट खल्वाट ठाट से,खाट बिछाए हैं। बँदरबाट विभ्राट लाट बन,बाट जुटाए हैं।। कक्ष वक्ष प्रत्यक्ष लक्ष्य रख,अक्ष गडाए हैं। हांडी काठ सपाट ठाठ पर,'भ्रमर' चढ़ाए हैं।। ©Dr Virendra Pratap Singh Bhramar

#विचार #life_quotes  White घाट-घाट  खल्वाट  ठाट से,खाट बिछाए हैं।
बँदरबाट  विभ्राट  लाट  बन,बाट जुटाए हैं।।
कक्ष वक्ष  प्रत्यक्ष  लक्ष्य  रख,अक्ष गडाए हैं।
हांडी काठ सपाट ठाठ पर,'भ्रमर' चढ़ाए हैं।।

©Dr Virendra Pratap Singh Bhramar

#life_quotes

9 Love

White अंधकारि अवधानअनुसरण,अनिश अनीश अभेद। अमीसार अपलक अशीलता, अन्तर्निहित अखेद।। अत्याचारअसिलताअभिनय,अतिअविहितअवरोध। अन्तरापअनवादअकिंचन,अभिनय अभय अबोध।। अहंकार अनुवेश्य आचरण, अपत अमात्र अशीत। अरुझ अलीक अपावनअतिशय,अन्तर्निष्ठअशोध।। ©Dr Virendra Pratap Singh Bhramar

#भक्ति #life_quotes  White अंधकारि अवधानअनुसरण,अनिश अनीश अभेद।
अमीसार अपलक अशीलता, अन्तर्निहित अखेद।।


अत्याचारअसिलताअभिनय,अतिअविहितअवरोध।
अन्तरापअनवादअकिंचन,अभिनय अभय अबोध।।
अहंकार अनुवेश्य  आचरण, अपत अमात्र अशीत।
अरुझ अलीक अपावनअतिशय,अन्तर्निष्ठअशोध।।

©Dr Virendra Pratap Singh Bhramar

#life_quotes

12 Love

White प्रकाश पर्व दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं ©Dr Virendra Pratap Singh Bhramar

#कविता #happy_diwali  White प्रकाश पर्व दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं

©Dr Virendra Pratap Singh Bhramar

#happy_diwali

13 Love

White भोर की आशा लिए हम रात भर सोए नहीं हैं। किंतु बहती जान्हवी में हाथ भी धोए नहीं हैं।। एक दिन क्या उम्र भर हम प्रिय प्रतीक्षारत रहेंगे। हम अकेले तीरगी में आज तक खोए नहीं हैं।। ©Dr Virendra Pratap Singh Bhramar

#कविता #love_shayari  White भोर की आशा  लिए  हम  रात भर सोए नहीं हैं।
किंतु  बहती  जान्हवी में  हाथ भी धोए नहीं हैं।।
एक दिन क्या उम्र भर हम प्रिय प्रतीक्षारत रहेंगे।
हम  अकेले  तीरगी में  आज तक खोए नहीं हैं।।

©Dr Virendra Pratap Singh Bhramar

#love_shayari

17 Love

White नंदी नीरद नाद नभ, नि:सृत नयनन नीर। नीरव निरख निहारिका, नृत्यति नथ नकसीर।। नृत्यति नथ नकसीर, नृपति नयनामृत निकले। नाथी नाक नकेल, निपट नट नायक निबले।। निर्भय निडर नितांत, नक्तचर नाकाबंदी। निरस निविड नत नींव, नोच नाचें नद नंदी।। ©Dr Virendra Pratap Singh Bhramar

#कविता #Sad_Status  White नंदी   नीरद  नाद  नभ, नि:सृत  नयनन   नीर।
नीरव निरख निहारिका, नृत्यति नथ नकसीर।।
नृत्यति नथ  नकसीर, नृपति नयनामृत निकले।
नाथी  नाक नकेल, निपट नट नायक  निबले।।
निर्भय    निडर   नितांत,  नक्तचर    नाकाबंदी।
निरस  निविड  नत  नींव, नोच  नाचें नद नंदी।।

©Dr Virendra Pratap Singh Bhramar

#Sad_Status

12 Love

White "बाप प्यार तो बहुत करता है पर कहता नहीं,जब तक औलाद की समझ में आता है तब बाप रहता नहीं।" ©Dr Virendra Pratap Singh Bhramar

#भक्ति #GoodNight  White "बाप प्यार तो बहुत करता है पर कहता नहीं,जब तक औलाद की समझ में आता है तब बाप रहता नहीं।"

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#GoodNight

13 Love

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