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#loveshayari #Sunhera  बहूत प्राचीन प्रथा है
कथा है ये पुरानी
अभिमान से बड़ा कोई धन नही
सम्मान ही है
व्यक्ति की निशानी
सम्मान है तो व्याक्तित्व है
सम्मान है तो है अभिमान
सम्मान ही संसार में
स्थान दिलाये
सम्मान ही दिलाये आयुष्मान
जीवन में बहोत से लोग गिराते है
राह चलते व्यक्ति को भटकते है
अपमानित कर व्यक्ति को नीचाँ दिखाते है
उसके सम्मान को कुचल
अपने इशारो पर नचाते है
व्यक्ति के चारित्र पर ऊँगली उठाकर
उसके सम्मान को नोंचते है
अपमान के आंसू रुलाकर
उसे खुशियों के लिए तरसाते है
अपमानित व्यक्ति को
ना संसार अपनाता है
ना ही अपनाता है उसका भगवान
कठोर सजा मिलती है
उसे सम्मान को खोने की
ना फिर कभी वो जीवन में
कमा पता है सम्मान |

"ना डरो कभी बुरे वक़्त से
ना हारो कभी अपमान से
जिंदगी के हर मोड़ पर
जीत होंगी तुम्हारी
अगर जियो तुम सम्मान से
अगर जियो तुम सम्मान से 

NANDINI_BHARDWAJ_|"

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#Sunhera सम्मान ही सबसे बड़ा धन है

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गेहेनो से सजा दिया आसमान को पटाको से, पर किसी गरीब का घर हम क्यों ना रोशन करपाए दीपावली की मिठाइयो से अपनी कड़वाहट तो दूर करदी पर उस सडक पर पड़ी लाचार माँ को एक रोटी तक क्यों ना दे पाए दिवाली की पटाको से कभी जलाया बेज़ुबानो को तो कभी आग लगाई गरीबो के घरों मे कभी किसी कुत्ते को मारा तो कभी किसी गरीब माँ के बच्चे को दीपावली पर अपने लिए नए कपडे तो खरीदे पर आखिर क्यों ठण्ड मे मर रहे उन मासूम हम ढक ना पाए। आखिर ये केसा खुशियों का त्योहार हुआ आखिर क्यों इंसान का इंसानो से ही इतना खुदगर्ज व्यवहार हुआ ।। ___नंदिनी_भारद्वाज ___ ©Newthinker

#Diwali  गेहेनो से सजा दिया
आसमान को पटाको से,
पर किसी गरीब का घर
हम क्यों ना रोशन करपाए
दीपावली की मिठाइयो से
अपनी कड़वाहट तो दूर करदी
पर उस सडक पर पड़ी लाचार माँ
को एक रोटी तक क्यों ना दे पाए
दिवाली की पटाको से कभी जलाया बेज़ुबानो को
तो कभी आग लगाई गरीबो के घरों मे
कभी किसी कुत्ते को मारा तो 
कभी किसी गरीब माँ के बच्चे को
दीपावली पर अपने लिए नए कपडे तो खरीदे 
पर आखिर क्यों  ठण्ड मे मर रहे उन मासूम
हम ढक ना पाए।

आखिर ये केसा खुशियों का त्योहार हुआ
आखिर क्यों इंसान का इंसानो से ही इतना खुदगर्ज व्यवहार हुआ ।।

___नंदिनी_भारद्वाज ___

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दिवाली

14 Love

इस दीपावली,जाला दीजिए अपने सभी दुखो को दियो की अग्नि मे और खो जाइये खुशियों की रौशनी मे सिर्फ परिवार के साथ ही नहीं, सडक पर रहने वालो के साथ भी मनाये ये खुशियों त्योहार, मिठाइयो से कड़वाहट दूर कीजिये ताकि जिनके पास दिए रखने के लिए छत भी नहीं उनको भी मिलजाए दीपावली का उपहार। ___NANDINI_BHARDWAJ___ ©Newthinker

#Diwali  इस दीपावली,जाला दीजिए
 अपने सभी दुखो को
 दियो की अग्नि मे और 
खो जाइये खुशियों की रौशनी मे
सिर्फ परिवार के साथ ही नहीं, 
सडक पर रहने वालो के साथ भी
 मनाये ये खुशियों त्योहार,
मिठाइयो से कड़वाहट दूर कीजिये 
ताकि जिनके पास
 दिए रखने के लिए छत भी नहीं
उनको भी मिलजाए
 दीपावली का उपहार।

___NANDINI_BHARDWAJ___

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Happy Diwali

13 Love

ऐसे चली जाऊ जैसे कोई बुरी कल्पना हो मुझे देखने को ना कोई पराया ना कोई अपना हो याद ना आउ किसी को मै बिखर जाऊ इस क़दर हर कोई भूल जाये ऐसे मुझे जैसे कोई मनहूस सपना हो। ___NANDINI_BHARDWAJ___ ©Newthinker

 ऐसे चली जाऊ जैसे
कोई बुरी कल्पना हो
मुझे देखने को
ना कोई पराया ना कोई अपना हो
याद ना आउ किसी को मै
बिखर जाऊ इस क़दर 
हर कोई भूल जाये ऐसे मुझे
जैसे कोई मनहूस सपना हो।

___NANDINI_BHARDWAJ___

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💔

12 Love

Ae maut sabrr rakh teri hi firaat mai bethe wo to zimedariyo ki uljhani hai zindagi mai warna jeene ki khwahish to hamari bhi nhi... __NANDINI_BHARDWAJ__ ©Newthinker

#SAD  Ae maut sabrr rakh 
teri hi firaat mai bethe 
wo to zimedariyo ki uljhani hai zindagi mai
warna jeene ki khwahish to hamari bhi nhi...

__NANDINI_BHARDWAJ__

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#SAD

18 Love

बहूत प्राचीन प्रथा है कथा है ये पुरानी अभिमान से बड़ा कोई धन नही सम्मान ही है व्यक्ति की निशानी सम्मान है तो व्याक्तित्व है सम्मान है तो है अभिमान सम्मान ही संसार में स्थान दिलाये सम्मान ही दिलाये आयुष्मान जीवन में बहोत से लोग गिराते है राह चलते व्यक्ति को भटकते है अपमानित कर व्यक्ति को नीचाँ दिखाते है उसके सम्मान को कुचल अपने इशारो पर नचाते है व्यक्ति के चारित्र पर ऊँगली उठाकर उसके सम्मान को नोंचते है अपमान के आंसू रुलाकर उसे खुशियों के लिए तरसाते है अपमानित व्यक्ति को ना संसार अपनाता है ना ही अपनाता है उसका भगवान कठोर सजा मिलती है उसे सम्मान को खोने की ना फिर कभी वो जीवन में कमा पता है सम्मान | "ना डरो कभी बुरे वक़्त से ना हारो कभी अपमान से जिंदगी के हर मोड़ पर जीत होंगी तुम्हारी अगर जियो तुम सम्मान से अगर जियो तुम सम्मान से |" ©Newthinker

#Sunhera  बहूत प्राचीन प्रथा है
कथा है ये पुरानी
अभिमान से बड़ा कोई धन नही
सम्मान ही है
व्यक्ति की निशानी
सम्मान है तो व्याक्तित्व है
सम्मान है तो है अभिमान
सम्मान ही संसार में
स्थान दिलाये
सम्मान ही दिलाये आयुष्मान
जीवन में बहोत से लोग गिराते है
राह चलते व्यक्ति को भटकते है
अपमानित कर व्यक्ति को नीचाँ दिखाते है
उसके सम्मान को कुचल
अपने इशारो पर नचाते है
व्यक्ति के चारित्र पर ऊँगली उठाकर
उसके सम्मान को नोंचते है
अपमान के आंसू रुलाकर
उसे खुशियों के लिए तरसाते है
अपमानित व्यक्ति को
ना संसार अपनाता है
ना ही अपनाता है उसका भगवान
कठोर सजा मिलती है
उसे सम्मान को खोने की
ना फिर कभी वो जीवन में
कमा पता है सम्मान |

"ना डरो कभी बुरे वक़्त से
ना हारो कभी अपमान से
जिंदगी के हर मोड़ पर
जीत होंगी तुम्हारी
अगर जियो तुम सम्मान से
अगर जियो तुम सम्मान से |"

©Newthinker

#Sunhera सम्मान ही सबसे बड़ा धन है

13 Love

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