मैं बेड़ियों में कैद नही,, फिर भी बंदिशों से जकड़ी हूं मैं चूड़ियां नहीं पहनती फिर भी खनकती रहती हूं मैं पायल नहीं पहनती फिर भी छन छन करती हूं नहीं लगाती आंखों में काजल फिर भी अंधेरा जीवन में है मैं साजो सिंगर से दूर हूं फिर भी दिखावटी बंद रहती हूं नहीं है कोई खुशी मुझ में फिर भी मुस्कुराती रहती हूं मैं बेड़ियों में कैद नहीं फिर भी बंदीशो से जकड़ी हूं ना चूड़ियों का शौक है ना पायल की झंकार है फिर भी न जाने क्यों मैं आम लड़कियों सी रहती हूं ना मैं चुप रहती हूं ना ही मैं कम बोलती हूं फिर भी मेरे मन की बातों को मैं खुद में ही रखती हूं मैं बेड़ियों में कैद नहीं फिर भी बंदिशो से जकड़ी हूं मैं आसमा का उड़ता परिंदा कैद एक पिंजरे में हूं मैं बादशाह दुनिया की हूं फिर भी हरी बैठी हूं हूं गुलाम अपनों की मैं अपनों की ठुकराई एक लड़की हूं गैरों से मैं लड़ती हूं अपनों से हार जाती हू मैं ताकतवर बहुत हूं फिर भी मैं कमजोर हो जाती हूं मैं रोती बिल्कुल नहीं, फिर भी आखें नम रहतीं हैं मैं मुस्कुराती बहुत हु,, पर दिल में तूफान हर पल रहता हैं मैं वीडियो में कैद नहीं फिर भी बंदिशें से जकड़ी हूं 🥰🥰
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