White अपनो के चलाये तीर दिल के पार हो जाने दो,
जाने क्यों सहते रहना है अब तो आखरी बार हो जाने दो ||
सह ली बहुत चालाकियाँ, कुछ पराये से अपनो की |
उन अपनो को पराया करने खुद को तैयार हो जाने दो ||
कुछ तो लोग कहेंगे, लोगो का काम है कहना |
एक कान से सुनकर, दूजे से पार हो जाने दो ||
नादान समझ कर सबने, कर ली बहुत मनमानिया |
आ गया है वक़्त की खुद को, होशियार हो जाने दो ||
ईश्वर का एक नाम ही है जग मे, सबसे बड़ा सहारा है |
वो ही मांझी,वो ही नैया, उसको ही पतवार हो जाने दो ||
सृष्टि सिंह
©Bindass writer
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