Shubhanshi Shukla

Shubhanshi Shukla

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#loV€fOR€v€R #daynamicshubhu #shubhuquotes #sad_shayari #sad_feeling  White एक चाहत से रची कहानी


हर एक के नज़र के नजरों में वह मसीहा कैसे बन गया, फिर क्यों वह मेरी नज़र मैं इतना गिर गया।

खुली किताब के खारे पन्नो मैं यह कैसा सियाही भर गया, दस्तक दी हैं आसुओं ने बस दर्द-ए-महोब्बत का समंदर बह गया।

शिकवा किस चीज़ का जिसको चाहते थे वह खुद छोर गया, आस नहीं उसकी बस वह सोने की खान मैं एक हीरा खो गया।

उम्मेद, विश्वास, प्यार, यादों से बने एक घर को झूठे वादों से तोड़ गया, जज़्बात बिखर गए, यादें चूर चूर हो गई वह खुदकी नज़र मैं ऐसे गिर गया।

हमने हर एक गम को एक खुशी से छुपा दिया, आंसुओ की वफादारी देखो हमसे पूछे बिना उसे गिरने नहीं दिया।

चेहरे के साथ साथ यह झूठा प्यार का ढोंग बेनकाब हो गया, यह एसी सच्च निकली जो जिंदा दिल को पूरी तरह निगल गया।

खामोशी मैं प्यार की बेवफाई का अब यह एक ऐसा अध्याय रच गया, खामोश का साथ देकर खुदके आत्मसम्मा को नियोचवर कर दिया।

इतना सब होने के बाद भी उसे देखकर आंखो से आसू बह गया, हमारी मोहब्बत का देखो अब इस सिलसिला लिख गया।

©Shubhanshi Shukla

#sad_shayari एक चाहत से रची कहानी जो वादा किया यह निभाना हुआ दो दिन की रहे कभी मिली नहीं #shubhuquotes #daynamicshubhu #sad_feeling #loV€fOR€v€R

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 White kyu itna pareshan hu.....
khud se hi kyu naraz hu .....
gero ki to chodho.....apno se hi ruthi rehti hu.....
nahi kr sakti khud ko sabit sahi....
shabdo me hi ulajh jati hu ...
akela soch me khoyi rehti hu....
aane vale kal ki khuahish krti rhti hu....

samjhaye to koi mujhe ki shant hoia.....
raat me jugnuo ke intezar krti rheti hu.......
chale jate hai log.....me bhi rokti nhi hu ....
par vaha se jati bhi nhi......
dil thodke jane wale nikal jate hai apne.....
mujhe usi jagah chodke.....

©Shubhanshi Shukla

#milan_night #nojato #SAD #sad_feeling ##love #daynamicshubhu

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#Shayar♡Dil☆ #Dil__ki__Aawaz #dynamicshubhu #alone_quotes #dilyedastan #nojito  White बहुत दिन बाद एक गजल लिखा,

जब कभी लिक्खा कलम ने दास्ताने दिल लिखा
हिज्र आँसू ज़ख्म छाले इश्क़ का हासिल लिखा

टूटे सपने ,उड़ती नींदें, करवटें ,बेचैनियाँ
दर्दे दिल जाए जहां अब चैन है मुश्किल लिखा

जिनको अपना कह गले से थे लगाते बारहां
पाया उनको भी अजी फिर ग़ैरों मे शामिल, लिखा

लिख न पाए नाम उसका जिसने लूटी जिंदगी
अपनी ही क़िस्मत थी फूटी, बात ये बातिल लिखा

चाहिए किसको यहां क्या कोई तो ना जानता
ख़्वाहिशों के बोझ से हर शख़्स है हामिल लिखा

बेकसी के नज़्म  लिक्खे बेबसी के कुछ गज़ल
खूँ ए अरमाँ से ख़ुदा ने अपना मुस्तक़बिल लिखा

लिखना चाहा प्यार जब तब हर दफ़े रूठी कलम
मेरे हिस्से में ख़ुदा ने काँटों का महफ़िल लिखा

तुम लुटाओ जिसपे ''गुड्डी "दुनिया भर की नेमतें
वक्त आने पर करेंगें वो ही फिर बिस्मिल लिखा

©Shubhanshi Shukla

#alone_quotes bade din baad aaj mne fir kuch likha h dekhe aur apna pyaar de 🙏🙏🙏 dilye dastna #Dil__ki__Aawaz #dilyedastan #Shayar♡Dil☆ #Dil ki murad #shubhu

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#daynamicshubhu #loveline #shubhu #SAD  तंग गलियाँ



तंग गलियों से ख़्वाब गुज़रते देखे हैं 
सालों से सँभाले लम्हे बिखरते देखे हैं

मुझसे आँख चुराने लगे हैं लोग सभी
 नुक्कड़ पर दो बातें करते देखे हैं

सब को दिख जाती है बाहर की चोट
 दिलों के दर्द चेहरे पे उभरते देखे हैं

घर की चार दीवारों में जो थे महफूज़

अपनों की आहट से डरते देखे हैं

जो उन की आवाज़ से खिल जाते थे कभी
 कोने में वो बदन सिहरते देखे हैं

©Shubhanshi Shukla

तंग गलियाँ #shubhu #daynamicshubhu #SAD #loveline

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#Life_experience #daynamicshubhu #Life_changing #life❤️ #life®  अकेला

नए शहर में हर एक शख़्स पराया था 
खेल था क़िस्मत का जो यहाँ पे लाया था

अपने लिए नया रास्ता ढूँढा था मैंने 
क़िस्मत ने जब अपना हाथ छुड़ाया था

मुझ पर हँसने वाले यहाँ भी आ पहुँचे 
जिन से कल अपना दामन बचाया था

बादल से पानी का रिश्ता नया नहीं 
आँखों में अश्कों को आज छुपाया था

खोट भरा है लोगों की सोच समझ में 
भोले भाले लोगों को जहर पिलाया था

आये दिन निर्दोष पे हमला होता है 
भीड़ में केवल मैंने शोर मचाया था

किधर से आया कहाँ गया नफ़रत का जुलूस 
सड़क किनारे खुद को अकेला पाया था

©Shubhanshi Shukla
#daynamicshubhi #shailputrimaa #Shailputri #navratri  शैलपुत्री  ■

शैलराज पुत्री रूप में हुआ प्राकट्य है ।
शैलपुत्री जीवन को तिमिर से तार दे ।।
भ्रांत पड़े इस मन को देवी माँ शांत कर ।
बायें हाथ में कमल शांति का ही सार दे ।।
हौसला कभी भी जब बढ़ने लगे दुष्टों का ।
दायें हाथ में त्रिशूल दुष्टों को संहार दे ।।
नवरात्रि पर्व की यह प्रथम है अर्चना ।
हमको भी मैया भवसागर से तार दे ।।

©Shubhanshi Shukla
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