कीर्ति सिंह जो शब्दों के परे है वो अनुभूति हूँ तेरे आज में निहित मानस बीती हूँ मैं जो कह ना सके वो वृत्तांत हूँ मैं इस विस्तृत संसार में निर्वाण हूँ मैं जो दिख रहा है उसका दृष्टा हूँ मैं जो अनदेखा ही रह गया उसका विलाप हूँ मैं सभी राग मुझसे ही हैं और महावैरागी की उपाधि हूँ मैं... काशी के कोतवाल के साम्राज्य में रहने का अवसर प्राप्त हो रहा है। इसके लिए आजीवन कृतज्ञ रहूँगी। नमस्कार, देवियों और देवताओं🙏 अपने को लेखक कहने से कतराती हैं क्योंकि लिखना मेरा शौक नहीं है, ज़रूरत है। कभी किसी कक्षा में किसी शिक्षक ने प्रशंसा कर दी थी इसलिए चाह कर भी कागज़ कलम मेरा साथ नहीं छोड़ रहे। काम धाम के बारे में मत ही पूछो क्योंकि अभी तक बेरोजगार हूं। पिछले साल ही 12वीं पास की है- परीक्षाएं रद्द होने की कृपा थी अन्यथा फेल होना सुनिश्चित था। I am a silent speaker You can't hear me But I am continuously speaking You can listen to me If you desire, It's not your outer ears who can get a glimps of my unspoken words, But your inner vibrations who can capture my illogical sensations... "I am a Silent Speaker in your noisy world..." For Business Related Queries, Please DM me on my Insta ID- kirtisingh2022_ E-Mail- shashwatalbela@gmail.com
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