English
Er Atul Saini
171 View
White सच क्या लिखू कोई सुनने वाला भी तो हो आजकल सब झूठी दुनिया मे ख़ुश है ख़ुश है भी ओर नहीं भी बस ख़ुश दिखने मे खुश है ©Er Atul Saini
16 Love
अधूरे ख्वाबो का कब्रिस्तान है ये दिल! दफ़न है यहाँ किस्से फनकारी के! लेटा है कोई मजबूरियों मे, कफन ओढ़ा की जिम्मेदारियां के!! ©Er Atul Saini
15 Love
थोड़ा चुप थोड़ा उदास है,ये दिल क्यों नाराज़ है!! फ़क्त ख्वाब देखना तो छोड़ दिया! फिर नाराज़गी की क्या बात है!! इनमे आँखों का तो दोष नहीं! बस वक़्त वक़्त की बात है!! ©Er Atul Saini
खुद पर कितना सितम ढाओगे साहब! दुसरो की उम्मीद पर कब तक खरे उतर पाओगे साहब!! खुश करना है तो खुद को खुश रखना सीखो साहब! नहीं तो यूं ही महफिल में खुद को तन्हा पाओगे साहब!! ©Er Atul Saini
जीने के खातिर सब मरे जा रहे है! ये कैसी दौड़ है के सब भागे जा रहे है!! सूरज को देख घर से निकलता हु,चाँद से मिलकर घर आता हु! ये जीवन है साहब बस यु ही दिन बीते रहे है!! ©Er Atul Saini
You are not a Member of Nojoto with email
or already have account Login Here
Will restore all stories present before deactivation. It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Download App
Stories | Poetry | Experiences | Opinion
कहानियाँ | कविताएँ | अनुभव | राय
Continue with
Download the Nojoto Appto write & record your stories!
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here