करुणेश विश्वकर्मा

करुणेश विश्वकर्मा Lives in Barabanki, Uttar Pradesh, India

अयं निजः परो वेति गणना लघु चेतसाम् | उदारचरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम।

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#GoodMorning  White प्यार की अब नहीं खुमारी है।
मुझपे भी घर की जिम्मेदारी है।
तेरे नखरे तो चलो हल्के है,
घर के खर्चों का बोझ भारी है।

©करुणेश विश्वकर्मा

#GoodMorning

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वर्षों हुए बिछड़े हमें तुम भूल क्यों नहीं जाते, आती हैं बहुत हिचकियां मुझको कभी कभी। ©करुणेश विश्वकर्मा

#chaandsifarish #Quotes  वर्षों हुए बिछड़े हमें तुम भूल क्यों नहीं जाते,
आती हैं बहुत हिचकियां मुझको कभी कभी।

©करुणेश विश्वकर्मा

है तरसते नयन अब मुलाकात हो। बातें जी भर करें ऐसी सौगात हो। लेकर आता है सावन तेरी यादों को, फिर तेरा साथ हो फिर वो बरसात हो। ©करुणेश विश्वकर्मा

#Quotes  है तरसते नयन अब मुलाकात हो।
बातें जी भर करें ऐसी सौगात हो।
लेकर आता है सावन तेरी यादों को,
फिर तेरा साथ हो फिर वो बरसात हो।

©करुणेश विश्वकर्मा

है तरसते नयन अब मुलाकात हो। बातें जी भर करें ऐसी सौगात हो। लेकर आता है सावन तेरी यादों को, फिर तेरा साथ हो फिर वो बरसात हो। ©करुणेश विश्वकर्मा

10 Love

 किसी की रूह को ऐसे छुआ नही करते।
बिछड़ते वक्त खुशी की दुआ नही करते।
दिल में तुम रहते हो तुमको तो सब पता होगा,
प्यार के रोगी की कोई दवा नही करते।

©करुणेश विश्वकर्मा

किसी की रूह को ऐसे छुआ नही करते। बिछड़ते वक्त खुशी की दुआ नही करते। दिल में तुम रहते हो तुमको तो सब पता होगा, प्यार के रोगी की कोई दवा नही करते। ©करुणेश विश्वकर्मा

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 छोड़ दूं वो गली ओर वो घर छोड़ दूं।
उसकी चाहत में सारा शहर छोड़ दूं।
बस इक ख्वाहिश है उनसे मुलाकात की,
जिंदा रहने का बाकी सफर छोड़ दूं।

©करुणेश विश्वकर्मा

छोड़ दूं वो गली ओर वो घर छोड़ दूं। उसकी चाहत में सारा शहर छोड़ दूं। बस इक ख्वाहिश है उनसे मुलाकात की, जिंदा रहने का बाकी सफर छोड़ दूं। ©करुणेश विश्वकर्मा

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