भाती कुछ को दोस्ती, बिना वजह कुछ ब्लॉक।
होते कुछ अनफ्रेंड कर, प्रोफाइल को लॉक।
प्रोफाइल को लॉक, पुनः रिक्वेस्ट भेजते।
पोस्ट खोलकर रोज, उसे चुपचाप देखते।
कह मित्तल कविराय, टैग की चिंता खाती।
रिक्वेस्ट न हो एक्सेप्ट, तो न फिर रोटी भाती।
©Kavi DK Jain Mittal
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