Swati Tiwari

Swati Tiwari Lives in Katghora, Chhattisgarh, India

महादेव

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White मैं लिख पाऊं अगर कुछ, तो अपनी नादानियां लिखना चाहूंगी..!! मैं समझ पाऊं अगर कुछ, तो तुम्हारे मन की व्यथा-कथा सब समझना चाहूंगी..!! अगर मैं कर पाऊं प्रेम तो, पार्वती सी हर जन्म साथ रहना चाहूंगी..!! अगर मैं बिछड़ गई फिर, तो शिव सा विरह में तड़पना चाहूंगी..!! मैं लिख पाऊं अगर कुछ, तो खुद को तुम्हारे नाम लिखना चाहूंगी..!! 🥀 ©Swati Tiwari

#shringar #Quotes #Chand #Shiv  White मैं लिख पाऊं अगर कुछ,
तो अपनी नादानियां लिखना चाहूंगी..!!
मैं समझ पाऊं अगर कुछ,
तो तुम्हारे मन की व्यथा-कथा सब समझना चाहूंगी..!!
अगर मैं कर पाऊं प्रेम तो,
पार्वती सी हर जन्म साथ रहना चाहूंगी..!!
अगर मैं बिछड़ गई फिर,
तो शिव सा विरह में तड़पना चाहूंगी..!!
मैं लिख पाऊं अगर कुछ,
तो खुद को तुम्हारे नाम लिखना चाहूंगी..!!
🥀

©Swati Tiwari
#lovefingers #darbaredil #shahar #City #mela  lovefingers सुनिए.................
मेला लगा है शहर मे हमारे,
आप तो आने से रहे,
😡😠🥺😡 पर हम इस साल भी
 झुमके खरीदेंगे आपकी पसंद के🫣🤪
स्वाति की डायरी✍️

©Swati Tiwari
#navratri2020 #DurgaAarti #dusgastuti #Durgapuja #Quotes  प्रथम देवी जी की सुमिरन किन्हेउ धरत ध्यान महेश्वरी 
देहू दृष्टा देहु माई श्री चंडी चरण प्रणाम है
देहु दृष्टा देहु माई श्री चंडी चरण प्रणाम है
देवी जी की आत्मा जगआत्माया माया है मन मोहिनी 
भगवती जी अपनी परण को राखो अपनी शरण
भगवती जी अपनी परण को राखो अपनी शरण  में
देवी जी के हाथ में कंगन कान में कुंडल हीरा रत्न जडाई के 
देहु दृष्टा देहु माई श्री चंडी चरण प्रणाम है
देहु दृष्टा देहु माई श्री चंडी चरण प्रणाम है
काहे कारण भय हु जननी काहे कारण भार्या
काहे कारण भय हूं चंडी काहे कारण देवी कालिका 
काहे कारण भया हूं चंडी काहे कारण देवी कालिका
पुजा कारण भय हूं जननी भोग कारण भार्या 
अंत कारण भय हूं चंडी मोक्ष कारण देवी कालिका 
अंत कारण भय हूं चंडी मोक्ष कारण देवी कालिका 
त्रेता में महादेवी सीता जो कहीए द्वापर महादेवी अंबिका
सतयुग महादेवी चंडी जो कहिए कलयुग महादेवी कालिका 
सतयुग महादेवी चंडी जो कहिए कलयुग महादेवी कालिका 
अन्न देहु मां धन्न देहु मां और सौभाग्य मुझे दीजिए 
दर्शन कि अभिलाषी हूं माँ त्राहि - त्राहि शरण में
दर्शन कि अभिलाषी हूं माँ त्राहि - त्राहि शरण में
प्रेम से बोलिए माँ भगवती जगतजननी गौरी मैया की जय 🙏🌹💐
                                                       महंत अमोरा महिला मन्डल ✍️
                                                  जॉजगिर-चाँपा (छ.ग)

©Swati Tiwari
#Mai_Aur_Mere_Ahesas #Swabhaav #Quotes  यह सिलसिला खतम न हो 
मै सबको लगु प्यारी
किसीको मुझसे कोइ गम न हो
कभी किसी रिश्ते से कोई खटास ना हो
चापलूसी लगे रिश्ते मे इतनी भी मिठास नहो 
भाता है मुझे सबका अपना पन 
सुन्दर निर्मल सा रहे मेरा मन
है जो मुझमे खामियाँ दुर कर सकु 
रिस्तो के दरमया पुल बनी रहु
सबको मेरी कमी का हो अहसास
मै जहा न पहचु लोग करे याद 
मुझे सौख नही कि लोग 
हाथ जोड़ मेरे सम्मान मे हो खड़े 
बस इतनी सी बन जाउ
कि मै खड़ी हो जाउ 
तो कोई बैठा न रह सके
घमन्ड कभी उसे छु नहीं पाता
ऎसा ले सब मेरा नाम
सबकी मदद कर सकु 
एसा बने मेरा मकाम 
स्वाति हर रिश्ते मे खरी है
खुशिया और मस्ती से भरी है
सबको हसाती रहती है
गम दुर भगाती रहती है 
महादेव की लाडली है 
एसी हो पहचान
आप बसे रहे हर श्वास मे
आपके आशीर्वाद से हो दिन शुरू
शाम ढले लेकर आपका नाम
महादेव 😍
                           अनोखी???🤔✍️
23-12-2020

©Swati Tiwari

मेरा स्वभाव एसा हो स्वाति की डायरी ✍️ #Swabhaav #Mai_Aur_Mere_Ahesas

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#swati_tiwari #ballet #malal #ishq  Crush है, फलाना है, उसके जैसा ,
अरे धत.......😜
हम एक तरफा आशिक है और खुद के मोहब्बत के इकलौते गवाह 💝
अरे जाओ तुम ना मिलो तुम्हारी ख्वाहिश ही नही हमे,
पर जब खबर होगी तुम्हे हमारी आशिकी की तब
हमे ना पा सके तुम तुम्हे इसका मलाल जरूर होगा
स्वाति की डायरी ✍️

©Swati Tiwari
#जरूरत #नौकरी #सपने #पापा #सौंख #मां  नौकरी कब सौंख से
 जरूरत बन गई पता ही नहीं चला
निकले थे घर से सौंख पूरे करने
अब तो जिम्मेदारियां इतनी बड़ी हो गई है
की जरुरते भी पूरी नही हो पाती
 मन करता है वापस उम्र कम हो जाए
बैठ जाए पापा के कंधे पर और
 अपनी ख्वाहिश पूरी कराए
छुप जाए मां के आंचल मे
और सारी दुनिया की शिकायते उनसे लगाएं 
कितनी हसीन थी जिंदगी
जब हमे सौंख नही था कमाने का
नौकरी की आपाधापी में अब सिमट कर रह गया
सौंख पूरा क्या होता, खुद के लिए समय भी घट गया
स्वाति की डायरी ✍️

©Swati Tiwari
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