Aditi Chouhan

Aditi Chouhan

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White छायावादी ब्रह्मा जयशंकर प्रसाद 1889-1937. *उर्वशी 1909 वनमिलन1909 प्रेम राज्य 1909 अयोध्या का उद्धार 1910 शोकोच्चछवास1910 वभ्रुवाहन1911 कानन कुसुम 1913 *प्रेम पथिक 1913 *महाराणा का महत्व 1914 *चित्राधार 1918 *झरना1918 *आंसू1925 लहर 1933 *कामायनी 1935 ©Aditi Chouhan

#life_quotes  White छायावादी ब्रह्मा जयशंकर प्रसाद 1889-1937.
*उर्वशी 1909
वनमिलन1909
प्रेम राज्य 1909
अयोध्या का उद्धार 1910
शोकोच्चछवास1910
वभ्रुवाहन1911
कानन कुसुम 1913
*प्रेम पथिक 1913
*महाराणा का महत्व 1914
*चित्राधार 1918
*झरना1918
*आंसू1925
लहर 1933
*कामायनी 1935

©Aditi Chouhan

#life_quotes

13 Love

White छायावादी ब्रह्मा जयशंकर प्रसाद 1889-1937. *उर्वशी 1909 वनमिलन1909 प्रेम राज्य 1909 अयोध्या का उद्धार 1910 शोकोच्चछवास1910 वभ्रुवाहन1911 कानन कुसुम 1913 *प्रेम पथिक 1913 *महाराणा का महत्व 1914 *चित्राधार 1918 *झरना1918 *आंसू1925 लहर 1933 *कामायनी 1935 ©Aditi Chouhan

#life_quotes  White छायावादी ब्रह्मा जयशंकर प्रसाद 1889-1937.
*उर्वशी 1909
वनमिलन1909
प्रेम राज्य 1909
अयोध्या का उद्धार 1910
शोकोच्चछवास1910
वभ्रुवाहन1911
कानन कुसुम 1913
*प्रेम पथिक 1913
*महाराणा का महत्व 1914
*चित्राधार 1918
*झरना1918
*आंसू1925
लहर 1933
*कामायनी 1935

©Aditi Chouhan

#life_quotes

17 Love

Unsplash महादेवी वर्मा 1907-1987 1नीहार।1930 सांध्य गीत 1936 सप्तवर्णा 1960 रश्मि 1932 यामा,1940 प्रथम आयाम 1984 नीरजा,1934 दीपशिखा 1942 अग्निरेखा,1990 ©Aditi Chouhan

#camping  Unsplash महादेवी वर्मा 1907-1987
1नीहार।1930
सांध्य गीत 1936
सप्तवर्णा
1960
रश्मि 1932
यामा,1940
प्रथम आयाम
1984

नीरजा,1934
दीपशिखा 1942
अग्निरेखा,1990

©Aditi Chouhan

#camping

14 Love

Unsplash कबीर कुंडल रसिक रहस्य कृष्ण शतक प्रेम प्रपंच प्रेमाम्बू वारिधि प्रेमाब्बू प्रश्रवण प्रेमाम्बू प्रवाह प्रेम पुष्पोहार प्रियप्रवास (प्रबंधकाव्य) 17सर्ग...काव्योपवन1909 ऋतुमुकुर1917 पद्य प्रमोद1920 चुभते चौपदे1924 पद्म प्रसून1925 उपहार 1928 बोलचाल 1928 रसकलश1931 पारिजात 1940 15सर्ग चोखे चोपदे 1932 फूल पत्ते कल्पलता1938 ग्रामगीत1938 मर्मस्पर्श 1944 दिव्य दोहावली1946 हरिऔध सतस ई वैदेही वनवास 1940 18सर्ग अयोध्या सिंह उपाध्याय 1865--1947.. ©Aditi Chouhan

#library  Unsplash कबीर कुंडल
रसिक रहस्य 
कृष्ण शतक
प्रेम प्रपंच 
प्रेमाम्बू वारिधि
प्रेमाब्बू प्रश्रवण
प्रेमाम्बू प्रवाह
प्रेम पुष्पोहार
प्रियप्रवास (प्रबंधकाव्य)
17सर्ग...काव्योपवन1909
ऋतुमुकुर1917
पद्य प्रमोद1920
चुभते चौपदे1924
पद्म प्रसून1925
उपहार 1928
बोलचाल 1928
रसकलश1931
पारिजात 1940

15सर्ग
चोखे चोपदे
1932
फूल पत्ते 
कल्पलता1938
ग्रामगीत1938
मर्मस्पर्श 1944
दिव्य दोहावली1946
हरिऔध सतस ई

वैदेही वनवास 1940
18सर्ग

अयोध्या सिंह उपाध्याय 1865--1947..

©Aditi Chouhan

#library

10 Love

White ये शाम की सिन्दूरी प्रभा है या भोर का ऊषा अभिनंदन प्रकृति का कर रहा आलिंगन चंद्र धूमिल हो रहा किरणों के घूंघट रश्मियों से ऋ्त्विजा ऊठ रही है उर्विजा के निमंत्रण से अभिनंदन है वंदन है हे रघुनंदन तुम्हें समर्पित,अर्पित अक्षत चन्दन और श्रीफल से अतिरंजित थाल सत्य सनातन सुन्दर तिलक से करती हूं तुम्हारा शृंगार है मेरा तुझसे अभिसार जग ,छोड़ मैं हुई निस्सार मोह और माया की यायावरी से जागी मै़ विगत विभावरी हे राम मेरे घनश्याम मेरे शिव में भी तू दिखे कृष्ण में भी तू दिखे अचरज तो तब भये जब राधा में भी तू ही दिखे चैतन्य , परात्परा,चिदानंद जाग जरा सर्वेश्वरी चितवन खोल ,देख मुझे हे रम्या राधिका मेरी चरणों में तेरी ,साधिका खड़ी ले न अब और परीक्षा मेरी विगत विभावरी से जाग रही उनींदी अंखियों में स्वप्न कयी कर दे सपने साकार मेरी चरणों की रज पा सकूं इक बार तो तेरे नयनों में कृष्णा के दर्शन प्राप्त कर सकूं। ©Aditi Chouhan

#love_shayari #Bhakti  White ये शाम की सिन्दूरी प्रभा है 
या भोर का ऊषा अभिनंदन 
प्रकृति का कर रहा आलिंगन 
चंद्र धूमिल हो रहा 
किरणों के घूंघट रश्मियों से 
ऋ्त्विजा ऊठ रही है 
उर्विजा के निमंत्रण से 
अभिनंदन है वंदन है 
हे रघुनंदन तुम्हें  समर्पित,अर्पित 
अक्षत चन्दन और श्रीफल से अतिरंजित थाल
सत्य सनातन सुन्दर तिलक 
से करती हूं तुम्हारा शृंगार 
है मेरा तुझसे अभिसार 
जग ,छोड़ मैं हुई निस्सार
मोह और माया की यायावरी 
से जागी मै़ विगत विभावरी 
हे राम मेरे घनश्याम मेरे 
शिव में भी तू दिखे 
कृष्ण में भी तू दिखे 
अचरज तो तब भये 
जब राधा में भी तू ही दिखे 
चैतन्य , परात्परा,चिदानंद
जाग जरा सर्वेश्वरी 
चितवन खोल ,देख मुझे 
हे रम्या राधिका मेरी 
चरणों में तेरी ,साधिका खड़ी 
ले न अब और परीक्षा मेरी 
विगत विभावरी से जाग रही 
उनींदी अंखियों में स्वप्न कयी
कर दे सपने साकार मेरी 
चरणों की रज पा सकूं 
इक बार तो तेरे नयनों में 
कृष्णा के दर्शन प्राप्त  कर सकूं।

©Aditi Chouhan

#love_shayari

16 Love

White नुक्स निकालने वाले बस इसी कला में माहिर होते हैं क्योंकि इसके अलावा उन्हें खुदा ने कुछ और अता नहीं की है उनका भी क्या गुनाह हर शख्स में वो खुदा तलाश करते हैं बेजा आदत से मजबूर खुदा तो नहीं खुद्दार से मुलाकात हो जाती है इंसान ही सही नुक्श निकालनेवाले शैतान ही सही वो भी खुदा की मर्जी से है तेरी रजा जरा भी नहीं करले स्वीकार उसे जो तेरे नसीब में है ©Aditi Chouhan

#sad_quotes  White नुक्स निकालने वाले बस 
इसी कला में माहिर होते हैं 
क्योंकि इसके अलावा उन्हें 
खुदा ने कुछ और अता नहीं की है 
उनका भी क्या गुनाह हर शख्स में 
वो खुदा तलाश करते हैं 
बेजा आदत से मजबूर 
खुदा तो नहीं खुद्दार से मुलाकात हो जाती है 
इंसान ही सही नुक्श निकालनेवाले 
शैतान ही सही 
वो भी खुदा की मर्जी से है 
तेरी रजा जरा भी नहीं 
करले स्वीकार उसे 
जो तेरे नसीब में है

©Aditi Chouhan

#sad_quotes

12 Love

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