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Deepak Kumar 'Deep'

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यूँ तो कई रंग बिखेरे हैं कुदरत ने अपने चारों ओर जिस रंग पर हम फिदा हैं ,वो रंग तुम्हारी मोहब्बत का है

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उसकी ऐंठ देखकर दिल का यह हाल हो गया! उसको इतनी आवाज़े दी हमने कि गला ही बैठ गया!! ©Deepak Kumar 'Deep'

#walkalone  उसकी  ऐंठ  देखकर 
दिल का यह हाल  हो गया!
उसको  इतनी  आवाज़े  दी 
 हमने  कि गला ही बैठ  गया!!

©Deepak Kumar 'Deep'

#walkalone

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उसकी ऐंठ देखकर दिल का यह हाल हो गया! उसको इतनी आवाज़े दी मेरा गला ही बैठ गया!! ©Deepak Kumar 'Deep'

#ऐंठ  उसकी  ऐंठ  देखकर 
दिल का यह हाल  हो गया!
उसको इतनी  आवाज़े दी 
मेरा  गला ही बैठ गया!!

©Deepak Kumar 'Deep'

#ऐंठ

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क्या लिखूँ 'मुर्शिद' कुछ ना लिखूँ तो मेरी अन्तरात्मा मुझे तड़पाएगी! यहाँ लोग बात ही नहीं समझते उन्हें शायरी क्या समझ आएगी!! ©Deepak Kumar 'Deep'

#PoetInYou  क्या लिखूँ  'मुर्शिद' कुछ ना लिखूँ तो 
मेरी अन्तरात्मा मुझे तड़पाएगी!
यहाँ लोग बात ही नहीं समझते 
उन्हें शायरी  क्या समझ आएगी!!

©Deepak Kumar 'Deep'

#PoetInYou

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#WorldPoetryDay  तुमसे  दूर  जाता  हूँ 
मेरा दिल तड़पता  है!
तुम्हारे कंगन की खनक से
तन_मन में शोला सा भड़कता है! 
ये जो चाँद का टुकड़ा
बिंदिया के रूप में,
लगाती  हो माथे  पर  अपने
इसमें मेरा दिल धड़कता है!!

©Deepak Kumar 'Deep'

तुमसे दूर जाता हूँ मेरा दिल तड़पता है! तुम्हारे कंगन की खनक से तन_मन में शोला भड़कता है! ये जो चाँद का टुकड़ा बिंदिया के रूप में, लगाती हो माथे पर अपने इसमें मेरा दिल धड़कता है!! ©Deepak Kumar 'Deep'

#happyworldpoetryday  तुमसे  दूर  जाता  हूँ 
मेरा दिल तड़पता  है!
तुम्हारे कंगन की खनक से
तन_मन में शोला भड़कता है! 
ये जो चाँद का टुकड़ा
बिंदिया के रूप में,
लगाती  हो माथे  पर  अपने
इसमें मेरा दिल धड़कता है!!

©Deepak Kumar 'Deep'

तुम भूल कर भी मुझे याद हो आज तक! जैसे ज़ख्म भरने के बाद निशान रह जाता है कोई!! ©Deepak Kumar 'Deep'

#nishaan  तुम भूल कर भी 
मुझे याद हो आज तक!
जैसे ज़ख्म भरने  के बाद
निशान रह जाता है कोई!!

©Deepak Kumar 'Deep'

#nishaan

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