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मैं भूल गया हूँ कि मैं यहाँ कैसे हूँ, बस यादों में तैर रहा हूँ जैसे कि तुम अभी भी यहाँ बैठे हो मेरे बगल में हँस रहे हो जैसे कि कुछ भी नहीं बदला है ©itvik
itvik
16 Love
Unsplash Kuch aise pal hain abhi, jab sab kuch normal dikh raha hai, lekin andar se ek khaali pan hai jo tumhare hone se bhar jaata tha." ©itvik
21 Love
Unsplash "In today's world, it's wiser to write down your thoughts than to speak them out loud. ✍️ ©itvik
17 Love
Unsplash हम इंसान है और इंसान बड़े होने के लिए बने हैं और कभी-कभी अलग होने के लिए इसलिए मैंने तुम्हें आज़ाद किया और ऐसा करके मैंने खुद को आज़ाद किया अब कोई दिखावा नहीं कोई झूठ नहीं सिर्फ़ सच और जाने देने की खामोशी ©itvik
14 Love
White हम इस सड़क पर साथ-साथ चले हैं तूफ़ानों और खामोशी के बीच हमने एक-दूसरे की परछाई देखी है एक-दूसरे की रोशनी में खड़े हुए हैं अब तुम मुझे जानते हो और मैं तुम्हें जानता हूँ तो मुझे बताओ हमें यह सब जानने के बाद क्या करना चाहिए? गलतफ़हमियाँ हमारे बीच धुएँ की तरह उठती हैं क्या हमें उन्हें खुद पर हावी होने देना चाहिए या हवा को साफ करना चाहिए? ©itvik
one last time sit here with me not to fix anything not to say sorry not to pretend we can go back just sit so i can remember how it felt when we didn’t have to ask each other to stay ©itvik
18 Love
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