White आखो मे आते मोती को छुपाना पड़ता है
समय हो गया जाने का तो जाना पड़ता है
हमे हैरत ना होंगी
अगर वर्षों बाद पुछा जाए नाम हमारा
क्योंकि घर अपना हो अपने ना हो जिस घर मे
वैसे घर में अपना परिचय बताना पड़ता है
खाली हाथ वापस आकर उस घर से
यादो का सारा खत अक्सर जलाना पड़ता है
आपने कहा है यह एक सफर है ,
तो मुसाफिर को सफ र से दिल लगाना पड़ता है
कभी लगे हमारी आपको है, जरूरत है तो याद रखिए
इसी शहर के एक कोने मे मेरा ठिकाना पड़ता है
नाराजगी नही दिल में बस एक कसक है
खैर छोड़िए यह रस्म है हर किसी को निभाना पड़ता है
©साइबेरियन
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