मेरे प्रिय भाई,
मेरे इसलिए क्योकी आपके प्रति एक अपनत्व का भाव है।प्रिय इसलिए क्योकी हमेशा हंसमुख चेहरा, स्वच्छ विचार और भावनाओ से भरा मन सदैव प्यारा होता है, और भाई शायद इस शब्द को विस्तार देने की मुझे आवश्यकता नहीं है। खैर, बनारस की भागमभाग सड़के भ्रमित करने वाली गलियों, चंचल गंगा को सम्पूर्ण बनाता साईबेरियन और मेरा अंजूरीभर प्रेम आपके जन्म दिवस के शुभ अवसर पर आपके प्रति समर्पित है। भाई जनवरी का महिना लोगों में नया उत्साह भर देता है, जीवन में आने बढ़ने की प्रेरणा देता है, और इस सुन्दर उत्साह वर्धक महिने में आपका जन्मदिन आपको जीवन मे सदैव आगे बढने की प्रेरणा देता होगा।
बहुत लिखने के क्रम में मैं नहीं लिख पाती हूं कुछ भी उन लोगों के लिए जिनके प्रति मैं वाकई में बहुत आभारी होती हूं। मैं वाकई में आपके प्रति बहुत आभारी हूँ। क्योंकि विधि के विद्यार्थी होने की नाते बौद्धिकता ही वहां सर्वोच्च पर है किंतु महोबा के धरातल पर आप जैसे भावनाओं से भरे इन्सान से मिलकर मुझे यह समझने में बहुत सहायता मिली की वास्तव में भावनाओं का स्थान सर्वोपरि है.. • इसका तात्पर्य यह कदापि नहीं है, की हम गुणा भाग जैसे शब्दावलीयो में कमजोर आजीवन रहे।
बहरहाल आप जैसे भावनाओं से भरे इंसान की देश को कितनी जरूरत है. मुझे यह नहीं पता किन्तु धरातल के उन पगडंडियों को बहुत जरूरत है जिनकी पहुंच संसद के चौखट से अभी बहुत दूर है।
बहन होने के नाते में आपको कुछ दे नहीं सकती किंतु आप आजीवन भावनाओं से भरा इंसान बने रहे इसके लिए आग्रह कर सकती हूं।
अंजुरी भर आग्रह
आपकी बहन बरखा
©साइबेरियन
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