#camping ना प्रशंसा सुनने का शौक है ना आलोचना होने का डर
क्योंकि आजकल बिना स्वार्थ प्रशंसा बिना ईर्ष्या के आलोचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है
-चित्रांगद
@rvchittrangdmishra
#Emotional_Shayari
रोते को मनाने वाले को खुशियों से जलते देखा
सटने वाली छिपकलियों को गिरगिट सा रंग बदलते देखा
जान चुका हूं हर चेहरे के ऊपर लाख मुखौटे हैं
स्वर्ग की राह बचाने वालों को नरक में पलते देखा
-चित्रांगद
#Chittrangad
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