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Ran Singh Guru

Ran Singh Guru Lives in Rewari, Haryana, India

बिखरी जिंदगी को समेटने की कोशिश जारी है, मेरे साथ वो चले, जिसकी दुनियां जीतने की पूरी तैयारी है....

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White मेरे पास है इक गुलाब लेने वाले की तमन्ना हो मैं नही दे पाउँगा तुम्हे मुझसे मांगना होगा ©Ran Singh Guru

#विचार #weather_today  White मेरे पास है इक गुलाब 
लेने वाले की तमन्ना हो 
मैं नही दे पाउँगा 
तुम्हे मुझसे मांगना होगा

©Ran Singh Guru

Unsplash मेरे पास नही है कुछ खास शायद शब्द मेरे जादू कर जायें, तेरा होना मेरे लिए कुछ ऐसा है तपते जलते रेगिस्तान में जैसे गुलाब कोई खिल जायें ©Ran Singh Guru

#शायरी #lovelife  Unsplash मेरे पास नही है कुछ खास 
शायद शब्द मेरे जादू कर जायें,
तेरा होना मेरे लिए कुछ ऐसा है
तपते जलते रेगिस्तान में जैसे गुलाब कोई खिल जायें

©Ran Singh Guru

#lovelife

13 Love

White भगवान श्रीकृष्ण आए थे इक बार फरवरी में, fairhandsome cream ले कर गए हैं, किसको तो बख्श दो...... ©Ran Singh Guru

#विचार #Thinking  White भगवान श्रीकृष्ण आए थे इक बार फरवरी में,
fairhandsome cream ले कर गए हैं,
किसको तो बख्श दो......

©Ran Singh Guru

#Thinking

12 Love

White कोई तो हैं जो फिरकी लें रहा हैं................ ©Ran Singh Guru

#विचार #Sad_Status  White कोई तो हैं जो फिरकी लें रहा हैं................

©Ran Singh Guru

#Sad_Status

11 Love

पहला अध्याय शुरु कहानी तेज़ दिमाग़ ज़िद्दी जवानी लालची ख्वाहिशे रंगीन सपने बेपरवाह हम या बुद्धिभ्रम सर पे जनून सब कुछ ख़त्म। अगले अध्याय में अफ़सोस सारा जग रहा कोस ये धन सिर्फ नही है धन कुछ रिश्तों का हैं जीवन रिश्ते रूठे साथी भी छूटे भ्रम भी टुटा हम भी टूटे। अगला अध्याय और कठिन कैसे बचे अब जीवन निर्धनता चरित्र तक खा जाती बेशर्म निर्लज्ज क्या- क्या बनाती जीने की राह मुश्किल बताई सबने मरने की तरकीब सुझाई। अंतिम अध्याय होगा महत्वपूर्ण इसका सार अभी अपूर्ण क्या होगा अंजाम? कैसे जीतेंगे ये संग्राम? मूर्छित देख लखन को क्या व्याकुल होंगे राम? सांसे चल रही हैं बँधी हुई हैं आस क्या मिलेगी संजीवनी ढूंढ रहे पिंगाक्ष? ©Ran Singh Guru

#कविता #engineers_day  पहला अध्याय शुरु कहानी 
तेज़ दिमाग़ ज़िद्दी जवानी 
लालची ख्वाहिशे रंगीन सपने 
बेपरवाह हम या बुद्धिभ्रम 
सर पे जनून सब कुछ ख़त्म।
अगले अध्याय में अफ़सोस 
सारा जग रहा कोस 
ये धन सिर्फ नही है धन 
कुछ रिश्तों का हैं जीवन 
रिश्ते रूठे साथी भी छूटे 
भ्रम भी टुटा हम भी टूटे।
अगला अध्याय और कठिन 
कैसे बचे अब जीवन 
निर्धनता चरित्र तक खा जाती 
बेशर्म निर्लज्ज क्या- क्या बनाती 
जीने की राह मुश्किल बताई 
सबने मरने की तरकीब सुझाई।
अंतिम अध्याय होगा महत्वपूर्ण 
इसका सार अभी अपूर्ण 
क्या होगा अंजाम?
कैसे जीतेंगे ये संग्राम?
मूर्छित देख लखन को 
क्या व्याकुल होंगे राम?
सांसे चल रही हैं 
बँधी हुई हैं आस 
क्या मिलेगी संजीवनी 
ढूंढ रहे पिंगाक्ष?

©Ran Singh Guru

White तुम्हे दिल तोड़ने का हुनर आता है, हमें टूट कर जुड़ने का हुनर आता है, ये पंख रखो अब संभाल कर तुम हमें बिन पंखो के उड़ने का हुनर आता हैं। ©Ran Singh Guru

#शायरी #Sad_Status  White तुम्हे दिल तोड़ने का हुनर आता है,
हमें टूट कर जुड़ने का हुनर आता है,
ये पंख रखो अब संभाल कर तुम 
हमें बिन पंखो के उड़ने का हुनर आता हैं।

©Ran Singh Guru

#Sad_Status

12 Love

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