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पागल हु ,
गंगाजल से अधिक पवित्र है मेरे आंसू.... जो तुम्हारे प्रेम में बहे ।। *प्रणव एहसास* ©प्रणव एहसास
प्रणव एहसास
12 Love
जब कभी अकेले बैठता हूं, मैं आजकल, । तसल्ली जरूर करता हूं, मुझ से मेरी मुलाकात ना हो ।। ©प्रणव एहसास
आज बात छोटी थी पर सबक दे गई.... व्यस्तता ठीक है , तुम्हारी पर दिल में कसक दे गई ।। ©प्रणव एहसास
11 Love
वो दौर और था, जब रक्षा बंधन हुआ करता था । आज कल बहनों से रिश्ते, बीवियों से पूछ कर निभाए जाते है ।। ©प्रणव एहसास
14 Love
मैंने सोचा है मैं सब भूल जाऊंगा । महादेव होंगे मैं भस्म रमाऊंगा ।। ©प्रणव एहसास
कुछ लोग मर कर अमरता पाते है ।। आजाद है, आजाद थे, आजाद मर जाते है ।।, ©प्रणव एहसास
9 Love
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