@Mukesh Poonia@Brijesh Maurya@ittu Sa
जब मैं जग पड़ता हूं तुम्हारी याद में,
रात में।
मैं फिर ढूढ़ता हूं,
घर का एक सुनसान कोना
या
खड़े हो जाता हूं खिड़की पर।
बस.....
#मैं नास्तिक हूँ
#Nojotovoice
मैं नास्तिक हूँ।
यक़ीनन इसके कई कारण है।
लेकिन यकीं मानो मेरा,
मैं उस दिन घोर नास्तिक बन गया
जिस दिन तुझपे खाने और पैसे का चढ़वा चढ़ता देखा।
और बाहर भूखे को मरते देखा।
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