White ज़माने के असर से हम।
हुए हैं यूं पत्थर से हम।।
जुड़े न फिर कभी यारा,
कि टूटे इस क़दर से हम।।
हमें मारा जफाओं ने,
मरे थे कब ज़हर से हम।।
फिसलना था तो फिसले,
वफाओं की डगर से हम।।
गिरे ऐसे कठिन उठना हुआ,
गिरे सबकी नज़र से हम।।
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