White दिल से जुड़े रिश्ते को ख़ूबसूरत बनाए रखने के लिए
उस रिश्ते को हर रोज़ तराशना पड़ता है।
इक-दूसरे से सिर्फ़ बहस करने से ज़्यादा इक-दूसरे की बात को
सब्र और मोहब्बत के साथ सुनना और समझना पड़ता है।
अपनी अना से भी ऊपर सामने वाले इंसान की
क़द्र और अहमियत को रखना पड़ता है।
"बस मैं ही सही हूँ " से भी ज़्यादा "तुम ज़रूरी हो" ये एहसास
इक-दूसरे को अपने बरताव से महसूस कराना पड़ता है।
छोटी-छोटी बातों को और ख़ुशियों को
जैसे इक-दूसरे के साथ हम बाॅंटते हैं,
उसी तरह मुश्किल वक़्त में और तकलीफ़ में
इक-दूसरे का सहारा और हौसला बनना पड़ता है।
सिर्फ़ मोहब्बत भरी बड़ी-बड़ी बातें करने से
हर किसी का दिल नहीं बहलता,
अपनी मोहब्बत को अपने बरताव से भी
साबित करना पड़ता हैं ।
©Sh@kila Niy@z