White मेरा परिचय :—
मैं सूरज से उगती किरण हूं
मैं दिवाकर कुल का चिराग हूं
मैं कवि कल्पना एहसासों और अंतर्मन को पढ़ता हूं
मैं सारे दिन की आंखों की नमी को हर शाम लिखता हूं
मैं भारत माता के रोते दिल की धड़कन की अभिलाषा हूं
जहां हर घर में सियासत जन्मती है
मैं इटावा की धरती में जन्मा हूं
मैं अध्यापक पुत्र हूं
मैं मां के आंचल की मर्यादा हूं
मैं 9 नदियों का पानी पिया हूं
मैं भ्रमण कर-कर के जल बचाओ की बात बतलाता हूं
मैं गुलाब राय को पढ़ता हूं
मैं नीरज के गीतों को गाता हूं
मैं अपनों के दिल में रहता हूं
मैं गैरों के दिल में आशियाना बना लेता हूं
मैं दयालु हृदय का हूं
मैं दुख- सुख को भावुक होकर लिखता हूं
मैं दबती आवाजों को समाज तक ले जाने की छोटी डगर हूं
©कवि- जीतू जान
#short_shyari