है लक्ष्य परिलक्षित हुआ,
निज धर्म संरक्षित हुआ,
मन्दिर की राह प्रशस्त है,
हर कोई अब आश्वस्त है,
जो थे विरोधी राम के,
अब वो भला किस काम के?
आशाएं उनकी ध्वस्त हैं,
हम राम भक्त ही मस्त हैं,
हिन्दुत्व का यह भाव निश-दिन,
यूं ही बढ़ता जाएगा,
देखो जगत के पटल पर,
फिर आर्यावर्त ही छाएगा||
||जय जय श्री राम||⛳⛳⛳
©PANDIT DEEPAK MISHRA
#NojotoRamleela