पहाड़ी पगडंडियां, अल्हड़ प्रभात
प्रस्फुटित होती पत्तियां चाय की
हिम शिखर धौलाधार।
चीड़ तरु से शोभित
देवदार आभा से मंडित
दिल का करार सौरभ वन बिहार
न्यूगल कैफे और मां विंध्यवासिनी का प्यार।
खिलती कपोलता, उमड़ते विचार
अनुदित वात्सल्यता का होता संचार।
विद्या मंदिर में उपज रहे बीज
ज्ञान गंगा से सींच सींच
कृषि विश्विद्यालय, साई विश्वविद्यालय
डिग्री कॉलेज, होल्टा पशु चिकित्सालय
सेंट पॉल सह शिक्षा विद्यालय
और अन्य सभी गर्वित शिक्षालय।
अनुसंधान में बढ़ाता शान
हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान।
निर्मल सजल लोग यहां
हृदय पुष्प में स्नेह लिए
पाप कपट से विरक्त हुए
भक्ति भाव आसक्त हुए।
श्यामलता, कोमलता और सजलता
मधुमय वाणी जन की, जैसे हिम की शीतलता।
शहर भी है और है एक ऐसा गांव
रेगिस्तान में जैसे ठूंठ वृक्ष की छांव।
न कोई पराया न कोई अजनबी
प्रेम परस्पर एक दूजे का देते सहयोग सभी।
कितना प्रस्फुटन कितना आलंबन
कितना है प्रीतिकर अनुराग
चिंतन में भी चेतन शील
जल रहा नन्हा सा चिराग।।
भारत माता की सेवा में समर्पित
वीरता शौर्य जन जन गौरवान्वित।
शेरशाह कैप्टन विक्रम बत्रा
सौरभ कालिया, मेजर सोमनाथ शर्मा।
सदा रहे पथ पर आरूढ़
आत्मविश्वास और निडरता भरपूर।
प्रेम प्रतीक पग पग सुंदर
बहते झरने लगे समुंदर
है देवस्थली यह पर्यटन भूमि
इसकी गरिमा का न कोई पार
होली लोहड़ी सैर यहां के त्यौहार
मन मेरा करता पालमपुर जन्म लूं बार बार।।
©Shagun Sharma
#Hill