"जिस पल का इन्तजार हर पल किया था
आज वो पल आ ही गया। कहते हैं न कि
जिसे शिद्दत से चाहो उसे मिलाने के लिए
पूरी कायनात भी साथ देती है।और आज
माता-पिता ,बड़े बुजुर्ग का आशीर्वाद
मिल ही गया।शादी के बाद ये पल एक सुखद अनुभूति के साथ सुकून का भी अहसास
करा रही है।चलो हम भी ये गीत गाएँ,
( युग-युग से ये गीत मिलन के गाते रहे हैं,
गाते रहेंगे हम तुम-----------------)।
©Dr B N Mahto
"