White ज़मानों के ख़राबों में उतर कर देख लेता हूँ प | हिंदी Life

"White ज़मानों के ख़राबों में उतर कर देख लेता हूँ पुराने जंगलों में भी समुंदर देख लेता हूँ जो तूफ़ानों के डर से पानियों में सर छुपाती हैं मैं ऐसी सीपियों में कोई गौहर देख लेता हूँ हमेशा ख़ौफ़ के नर्ग़े में रहता हूँ मगर फिर भी अबाबीलों की मिंक़ारों में लश्कर देख लेता हूँ वो देहातों के रस्ते हों कि हों फ़ुट-पाथ शहरों के जहाँ पर रात पड़ जाए वहाँ घर देख लेता हूँ बहुत सी ख़्वाहिशों को मैं पनपने ही नहीं देता मगर उन की निगाहों में सोयम्बर देख लेता हूँ ©Jashvant"

 White ज़मानों के ख़राबों में उतर कर देख लेता हूँ
पुराने जंगलों में भी समुंदर देख लेता हूँ

जो तूफ़ानों के डर से पानियों में सर छुपाती हैं
मैं ऐसी सीपियों में कोई गौहर देख लेता हूँ

हमेशा ख़ौफ़ के नर्ग़े में रहता हूँ मगर फिर भी
अबाबीलों की मिंक़ारों में लश्कर देख लेता हूँ

वो देहातों के रस्ते हों कि हों फ़ुट-पाथ शहरों के
जहाँ पर रात पड़ जाए वहाँ घर देख लेता हूँ

बहुत सी ख़्वाहिशों को मैं पनपने ही नहीं देता
मगर उन की निगाहों में सोयम्बर देख लेता हूँ

©Jashvant

White ज़मानों के ख़राबों में उतर कर देख लेता हूँ पुराने जंगलों में भी समुंदर देख लेता हूँ जो तूफ़ानों के डर से पानियों में सर छुपाती हैं मैं ऐसी सीपियों में कोई गौहर देख लेता हूँ हमेशा ख़ौफ़ के नर्ग़े में रहता हूँ मगर फिर भी अबाबीलों की मिंक़ारों में लश्कर देख लेता हूँ वो देहातों के रस्ते हों कि हों फ़ुट-पाथ शहरों के जहाँ पर रात पड़ जाए वहाँ घर देख लेता हूँ बहुत सी ख़्वाहिशों को मैं पनपने ही नहीं देता मगर उन की निगाहों में सोयम्बर देख लेता हूँ ©Jashvant

#love_shayari

People who shared love close

More like this

Trending Topic