"Unsplash कभी खुशी कभी गम मिलता रहा
हुए गमगीन कभी कभी खुशहाल हुए
खुशामद किसी की गंवारा ना थी
खुशकिस्मत थे हम सब बिन मांगे मिला
खुशमिजाजी हमारे लहू में ही है
हँसते रहना हँसाते रहना ये आदत है मेरी
जीवन है चार दिन का ये कहते है लोग
कर ले उत्तम कर्म व्यर्थ ना जायें ये चार दिन
अल्फाज मेरे✍️🏽🙏🏼🙏🏼
©Ashutosh Mishra"