"आज बहोत दिनो बाद ये दिल जिंदगी के सफर में,
कहीं बहुत दूर तक जाना चाहता है.....
फिर से इश्क के सफर में किसी से दिल्लगी करना चाहता है.....
वर्षो पहले जो टूटा था दिल किसी से इश्क-ए-गुनाह करने में.....
आज फिर से ये दिल इश्क-ए-गुनाह करना चाहता है.....
सुकून के वो पल फिर से जीना चाहता है.....
टूटा था जो दिल तुमसे इश्क-ए-गुनाह करने में.....
आज हर टूटे दिल का मरहम बनना चाहता है.....
©dil beats
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