"एहसास कहाँ होता है"
ग़म ए दोस्ती में..ख़याल कहा होता है,
मुतमईन है वों..जवाब कहाँ होता है ?
भड़कते है वों.. जब भड़कता हैं कोई
हमारे प्यार का..हिसाब कहाँ होता है ?
जो ता उम्र..रिश्ता बना न पाया हो
उसे रिश्ते से..एहतेराम कहाँ होता है?
खुद ग़लत फ़हमी में हो
हमदम मेरे...
अपनी ग़लतियों का..एहसास कहाँ होता है ?
माना कुछ इल्ज़ाम है..हमारे पर भी
ऐसी सजा का गुनहगार कहाँ होता है ?
सोचने समझने की असाब चली गई शायद
पर तुम्हारे जैसा..किरदार कहाँ होता है ?
बालमुकुन्द त्रिपाठी(08/09/2019)
©Balmukund Tripathi
#Mic #कहाँ #कह #कविता