रात भर जिसे हवा से बचाया जाएगा
सुबह होते ही चिराग बुझाया जाएगा
और कितनी दफा तुझे हासिल करू
और कितनी दफा तुझे गंवाया जाएगा
चाहे खुशी में हो या फिर हो गम में
बस नाम तेरा ही दोहराया जाएगा
मैने जो जिदंगी तेरे रास्ते में खर्च की
अब तू बता उसे कैसे कमाया जाएगा
मैने तेरे खत तो जला दिए लेकिन
नाम कैसे तेरा दिल से मिटाया जाएगा
©Aawesh Khan
Ghazal